
श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच गॉल में चल रहे पहले टेस्ट मैच में कुछ ऐतिहासिक हुआ है. पाकिस्तानी स्पिनर यासिर शाह ने दूसरी पारी में श्रीलंका के कुसल मेंडिस को क्लीन बोल्ड कर दिया. यह बॉल इतनी टर्न हुई कि इसे बॉल ऑफ द सेंचुरी बताया जा रहा है. हालांकि, इसपर क्रिकेट फैन्स, दिग्गजों की अलग-अलग राय है.
बॉल ऑफ द सेंचुरी का जब भी नाम आता है, सबसे पहले शेन वॉर्न का चेहरा ही सामने आता है. दिवंगत शेन वॉर्न ने अपनी कलाई से जो जादू बिखेरा, वह हमेशा याद रखा जाता है. 20वीं सदी की बॉल ऑफ द सेंचुरी शेन वॉर्न ने ही फेंकी थी, जो 1993 में आई थी.
ऐसी थी शेन वॉर्न की बॉल ऑफ द सेंचुरी
साल 1993 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला चल रहा था. इंग्लैंड के सुपरस्टार प्लेयर माइक गैटिंग को शेन वॉर्न ने एक ऐसी बॉल डाली, जो शायद सातवें-आठवें स्टम्प के सामने से टप्पा खाकर आई और सीधा स्टम्प में घुस गई. माइक गैटिंग देखते रह गए और शेन वॉर्न ने चमत्कार कर दिया.
यासिर शाह की बॉल ऑफ द सेंचुरी
अब करीब 3 दशक के बाद पाकिस्तानी बॉलर यासिर शाह की बॉल ऑफ द सेंचुरी आई है, जो श्रीलंका के खिलाफ आई है. यासिर शाह भी लेग स्पिनर हैं, उनकी बॉल भी पांचवें-छठे स्टम्प के सामने से उठती है और सीधा ऑफ स्टम्प को उड़ा देती है. यासिर शाह ने लगातार दो बॉल ऐसी ही फेंकी, जिसमें से एक पर विकेट मिला था.
सोशल मीडिया पर क्रिकेट फैन्स में बहस छिड़ी है कि क्या इसे बॉल ऑफ दे सेंचुरी माना जाएगा. क्योंकि हर किसी की अपनी-अपनी राय है. बता दें कि भारतीय खिलाड़ी शिखा पांडे ने भी पिछले साल एक कमाल की बॉल डाली थी, जिसे तब बॉल ऑफ द सेंचुरी कहा गया था.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 मैच में शिखा पांडे ने ऑस्ट्रेलिया की एलिसा हिली को एक बॉल डाली, जो ऑफ साइड से काफी बाहर टप्पा खाई और स्विंग लेकर सीधा स्टम्प में घुस गई. इसका वीडियो भी आप देख सकते हैं.