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पिछले दिनों भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन काशी प्रवास पर थे. इस दौरान धवन मंदिरों में पूजा अर्चना के साथ गंगा में नौका विहार का लुत्फ लेते देखे गए, लेकिन शिखर धवन की एक गलती का खामियाजा अब उस नाविक और नाव के मालिक को भुगतना पड़ रहा है, जिसने गंगा की लहरों पर शिखर को सवारी कराई थी.
बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने प्रवासी पक्षियों को चारा खिलाने पर पहले ही रोक लगा रखी है, लेकिन शिखर धवन ने बगैर इस आदेश की परवाह किए न केवल प्रवासी पक्षियों को नौका विहार के दौरान चारा खिलाया, बल्कि फोटो भी इंस्टाग्राम पर डाल दी. जिसको संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई शिखर धवन पर तो नहीं हुई, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने नाविक और नाव मालिक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी नाव के संचालन पर तीन दिनों की रोक लगा दी. साथ ही धारा-188 के तहत चालान भी काट दिया.
अब नाविक मांग कर रहें हैं कि जब कानून बराबर है तो कार्रवाई शिखर धवन पर भी होनी चाहिए, क्योंकि नाविक की ओर से शिखर धवन को प्रवासी पक्षियों को चारा खिलाने से काफी रोका-टोका भी गया था.नाविक सोमू ने आजतक से खास बातचीत में बताया कि नाव पर बिठाने के दौरान ही उनको मना कर दिया गया था कि पक्षियों को दाना खिलाने पर रोक है. लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया और गंगा में नौका विहार के दौरान पक्षियों को दाना खिलाने लगे.
नाव मालिक प्रदीप साहनी ने कहा कि फिलहाल उनकी नाव को तीन दिनों तक के लिए प्रतिबंधित करके धारा-188 का नोटिस भेजा गया है. उन्होंने कहा कि कानून सबके लिए बराबर है तो सिर्फ हमे ही क्यों दंडित किया जा रहा है? कार्रवाई शिखर धवन पर भी होनी चाहिए या हमारे ऊपर जो एक्शन हुआ है उसे खत्म किया जाए.