
दिल्ली डेयरडेविल्स के नव नियुक्त कप्तान श्रेयस अय्यर की छक्कों की बौछार से सजी 93 रन की आक्रामक पारी के दम पर दिल्ली डेयरडेविल्स ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 220 रनों का पहाड़ जैसा लक्ष्य खड़ा कर दिया, जिसके दबाव में कोलकाता 55 रनों से यह मैच हार गई.
दिल्ली का यह ओवरऑल दूसरा और वर्तमान टूर्नामेंट में सर्वोच्च स्कोर है. उसके लिए अय्यर की पारी वरदान की तरह रही. खराब फॉर्म में चल रहे गौतम गंभीर की जगह कप्तानी संभालने वाले अय्यर ने मोर्चे से अगुवाई करते हुए सिर्फ 40 गेंद में 93 रन बनाए जिसमें तीन चौके और दस गगनभेदी छक्के शामिल हैं. यह आईपीएल में कप्तान के तौर पर डेब्यू मैच में सर्वोच्च पारी है.
अय्यर को रास आई कप्तानी
गौतम गंभीर ने टीम के खराब प्रदर्शन के कारण कप्तान पद छोड़ दिया था और इसके बाद श्रेयस को दिल्ली की कमान सौंपी गई. श्रेयस आईपीएल में किसी टीम की कप्तानी संभालने वाले चौथे सबसे युवा कप्तान बन गए हैं. इस सूची में श्रेयस से पहले विराट कोहली, स्टीव स्मिथ और सुरेश रैना के नाम शामिल हैं.
श्रेयस अय्यर को कप्तानी रास आई और कप्तान के तौर पर पहले ही मैच में कोलकाता के खिलाफ उन्होंने धमाकेदार पारी खेली. श्रेयस अय्यर ने दिल्ली डेयरडेविल्स की पारी के आखिरी ओवर में शिवम मावी को कड़ी नसीहत देते हुए चार छक्के और एक चौका लगाकर टीम को 200 रन के पार पहुंचाया. इस ओवर में 29 रन बने.
श्रेयस अय्यर की आतिशी पारी की बदौलत दिल्ली डेयरडेविल्स ने आखिरी चार ओवर में 76 रन जुटाए. अय्यर का आईपीएल सीजन 11 में यह तीसरा अर्धशतक है. इसके साथ ही आईपीएल में उनके 1000 रन हो गए हैं.
अय्यर ने युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 68 रनों की साझेदार की. इसके अलावा कप्तान अय्यर ने ग्लेन मैक्सवेल के साथ भी चौथे विकेट के लिए 73 रन जोड़े.
कप्तानी छोड़ने के बाद प्लेइंग इलेवन से भी बाहर हुए गंभीर
लगातार हार से बेजार दिल्ली के लिए अब लगभग हर मैच करो या मरो की तरह है. गौतम गंभीर ने खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए कप्तानी भी छोड़ दी थी. अब तक छह मैचों में सिर्फ 85 रन बना सके गंभीर की जगह इस मैच में कॉलिन मुनरो को उतारा गया.
आईपीएल के इतिहास में यह दूसरा मौका है जब गंभीर प्लेइंग इलेवन से बाहर हुए हैं. इससे पहले वह 25 मार्च 2010 को रॉयल चैलजेंर्स बेंगलुरु के खिलाफ खेले गए मैच में प्लेइंग इलेवन में नहीं थे.
कोलकाता को दो बार चैंपियन बनाने वाले गंभीर को इस बार उनकी पुरानी टीम ने रिटेन नहीं किया था और फिर दिल्ली ने उन्हें 2 करोड़ में खरीदा था. दिल्ली को अगर प्लेआफ में पहुंचना है तो उसे आखिरी 8 में से 7 मैच जीतने होंगे.