
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिनर ब्रैड हॉग ने सिडनी टेस्ट में छींटाकशी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने टीम इंडिया के ऑन-फील्ड रवैये और कैरेक्टर के लिए पूर्व भारतीय कप्तान और वर्तमान BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली का हवाला दिया है. उन्होंने कहा कि गांगुली ही थे जिन्होंने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रतिद्वंद्विता में जोश भरा था. आज इसी जोश ने ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर भेज दिया है. 49 वर्षीय हॉग ने स्वीकार किया कि इस सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई टीम अपनी ही धरती पर दबाव में आ गई है.
ब्रैड हॉग ने भारतीय टीम के 2001 के ऑस्ट्रेलिया दौरे का जिक्र किया, जिसमें सौरव गांगुली ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्वीव वॉ को टॉस के लिए इंतजार कराया था. इससे पहले अमूमन टॉस के दौरान ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ही देरी से आते थे. हालांकि इस मैच में टॉस में देरी की वजह गांगुली ने बताई थी कि वो ब्लेजर पहनना भूल गए थे. ब्रैड हॉग ने कहा कि सौरव गांगुली वो थे जिन्होंने प्रतिद्वंद्विता में जोश भरा और आज ऑन-फील्ड टीम इंडिया को देखा जा सकता है.
स्पोर्ट्स टुडे के साथ इंटरव्यू में ब्रैड हॉग ने कहा कि भारत ने घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को चुनौती दी है. हमें अपने घरेलू मैदान पर चुनौती देना पसंद नहीं है. टिम पेन के बर्ताव पर हॉग ने कहा कि जब हम दबाव में होते हैं तो हम अलग तरह से प्रतिक्रिया दे सकते हैं. यह सिर्फ टेस्ट मैच के 5 वें दिन ही दिखा. अगर आप बल्लेबाज से बात करने लगते हैं तो आपने अपना ध्यान खो दिया है.
अश्विन का ध्यान भंग करने की कोशिश
बता दें कि सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के 5वें दिन मेजबान टीम के कप्तान टिम पेन ने बल्लेबाजी कर रहे रविचंद्रन अश्विन का ध्यान भंग करने की कोशिश की थी. मैच के आखिरी दिन अश्विन और हनुमा विहारी की साझेदारी चल रही थी, जबकि दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलियाई टीम विकेट लेने के कोशिश में लगी थी. इस दौरान कप्तान टिम पेन विकेट के पीछे से अश्विन का ध्यान तोड़ने में लगे थे.
नहीं तोड़ पाए अश्विन-हनुमा की जोड़ी
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सिडनी में तीसरा टेस्ट ड्रॉ हो गया. हनुमा विहारी और रविचंद्रन अश्विन की साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया की जीतने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. हनुमा और अश्विन ने 256 गेंदों पर 62 रनों की अटूट साझेदारी की. इस साझेदारी को तोड़ पाने में कंगारू गेंदबाज कामयाब नहीं हो पाए थे.
(रिपोर्ट- उत्कर्ष कुमार)