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चार साल पहले आज ही के दिन (16 मई 2013) एस. श्रीसंत और राजस्थान रॉयल्स के उनके दो अन्य साथी खिलाड़ी (अजित चंदीला और अंकित चव्हाण) गिरफ्तार हुए थे. आईपीएल-6 में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप दिल्ली पुलिस ने इन तीनों को मुंबई में गिरफ्तार किया था. दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने दावा किया था कि श्रीसंत के तौलिए से स्पॉट फिक्सिंग का पर्दाफाश हुआ.
IPL में 4 साल पहले आज ही के दिन फूटा था 'फिक्सिंग का बम'
जयपुर से शुरू हुई थी स्पॉट फिक्सिंग
दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने अपनी टीम के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था, 'स्पॉट फिक्सिंग की शुरुआत 5 मई 2013 को जयपुर में राजस्थान रॉयल्स और पुणे वॉरियर्स के बीच खेले गए मैच से हुई थी. इस दौरान अजित चंडीला को अपने सेकेंड स्पेल में 14 रन देने थे. लेकिन चंडीला सिग्नल देना भूल गए और बुकी सट्टा नहीं लगा पाए.
श्रीसंत को तौलिया रखकर इशारा करना था
दूसरी बार 9 मई को माहोली में राजस्थान और किंग्स इलेवन पंजाब के बीच खेले गए मैच में स्पॉट फिक्सिंग की गई. श्रीसंत को अपने ट्राउजर में तौलिया रखकर इशारा करना था. श्रीसंत ने मैदान में वॉर्मअप के बहाने बुकी को सट्टा लगाने का समय दिया. इसके बाद उन्होंने उस ओवर में 13 रन दिए.
चंदीला को जयपुर मैच में टी-शर्ट उठानी थी
बताया गया कि मोबाइल से रिकॉर्डिंग में ये बात सामने आई थी कि श्रीसंत फिक्सिंग का इशारा करने के लिए पैंट में तौलिया लगाएगा, जबकि अजीत को जयपुर मैच में टी-शर्ट उठानी थी. स्पेशल सेल के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार वह जयपुर से ही ऑपरेशन को शुरू करना चाहते थे, मगर जयपुर में अजीत चंदीला बुकीज को इशारा करना भूल गया था.