
भारत का पड़ोसी मुल्क श्रीलंका वर्तमान में अपने सबसे खराब आर्थिक संकटों में से एक से गुजर रहा है. डीजल-पेट्रोल और रसोई गैस जैसे आवश्यक संसाधनों की कमी हो गई है. आर्थिक तंगी से आजिज आकर लोग जमकर प्रदर्शन कर रहे है. कुछ दिनों पहले प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन तक पहुंच गए हैं, जिसके बाद प्रेसिडेंट गोटबाया राजपक्षे को आवास छोड़कर भागना पड़ा था.
आर्थिक संकट के चलते श्रीलंकाई का कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग लेना काफी मुश्किल प्रतीत हो रहा था. श्रीलंकाई सरकार ने देश के ओलंपिक एसोसिएशन से साफ कह दिया था कि वो इस साल ब्रिटेन में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में भाग लेने के बारे में सोचना छोड़ दें. ऐसी मुश्किल परिस्थिति में श्रीलंका क्रिकेट (SLC) दरियादिली दिखाते हुए खिलाड़ियों की आर्थिक मदद की है.
लगभग 48 लाख रुपये दिए
श्रीलंका के शेफ डी मिशन दंपत फर्नांडो ने बताया, 'ट्रेजरी से हमें जानकारी मिली कि उनके पास पैसा नहीं है. ऐसे में बताया गया था कि हम इस बार कॉमनवेल्थ गेम्स के बारे में सोचना छोड़ दें. हम कठिनाई में फंस गए थे और लग रहा था कि हमारे लिए अब सारे दरवाजे बंद हो गए हैं. तभी देश का क्रिकेट बोर्ड खिलाड़ियों की मदद को आगे आया और 22 मिलियन श्रीलंकाई रुपये (लगभग 48 लाख भारतीय रुपये) दिए. यह काफी बड़ी रकम है. क्रिकेट बोर्ड ने जिस तरह से एसोसिएशन की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है, वह काफी अनोखा है.
साइकिल बना है सहारा
फर्नांडो ने आगे कहा, 'परिवहन एक मुद्दा बन गया है देश में ईंधन नहीं है. यह हमें बहुत मुश्किल स्थिति में डालता है. कई सीनियर मैनेजर साइकिल पर काम करने आते हैं. एथलीट, कोच और अन्य अधिकारी भी इसी स्थिति का सामना कर रहे हैं. स्थिति ऐसी थी कि हमारे पास मुक्केबाजों को ले जाने के लिए ईंधन तक नहीं था.'