
टीम इंडिया इस वक्त टी-20 वर्ल्डकप 2022 की तैयारियों में जुटी है, करीब एक महीने बाद भारत का मुकाबला पाकिस्तान से होना है. इस बीच एक पुरानी शानदार याद भी सामने आई है, 24 सितंबर की याद. इसी दिन 2007 में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को मात देकर पहले टी-20 वर्ल्डकप पर कब्जा जमाया था. युवा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में यंग टीम इंडिया ने हर किसी को हैरान करते हुए यह कमाल किया था.
गौतम गंभीर बने थे फाइनल के हीरो
टीम इंडिया ने इस फाइनल मैच में पहले बैटिंग की थी, जिसमें भारत की ओर से गौतम गंभीर ने 75 रनों की कमाल की पारी खेली थी. दूसरी ओर विकेट गिर रहे थे, लेकिन गंभीर क्रीज़ पर टिके रहे थे. गौतम गंभीर के अलावा युसूफ पठान (15), रॉबिन उथप्पा (8), युवराज सिंह (14), एमएस धोनी (6), रोहित शर्मा (30) रनों का योगदान भी दिया. भारत ने इस मैच में 157 का स्कोर बनाया था.
श्रीसंत ने पकड़ा था ऐतिहासिक कैच
टीम इंडिया की शुरुआत शानदार हुई थी, पहले ही ओवर में मोहम्मद हफीज़ (1) आउट हो गए थे. उसके बाद कामरान अकमल (0) भी चलते बने, लेकिन इमरान नज़ीर (33) और युनिस खान (24) ने पाकिस्तान की पारी को संभालने की कोशिश की. आखिर में जाकर मिसबाह-उल-हक ने पाकिस्तान को बाउंड्री लाइन तक पहुंचाया और 43 रनों की पारी खेली.
आखिरी ओवर में जब पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रनों की जरूरत थी, तब महेंद्र सिंह धोनी ने जोगिंदर शर्मा को बॉल थमाई. हर कोई इस फैसले से हैरान था, लेकिन जोगिंदर शर्मा ने ही इतिहास रच दिया. ओवर की तीसरी बॉल पर मिस्बाह ने स्कूप शॉट खेलना चाहा, लेकिन वह अपना कैच श्रीसंत को थमा बैठे.
इसी के साथ टीम इंडिया ने फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को मात देकर टी-20 वर्ल्डकप का पहला एडिशन अपने नाम कर लिया. महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में खेलने पहुंची नौसिखिया टीम ने हर किसी को हैरान कर दिया. कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का नाम इतिहास में दर्ज हो गया, लेकिन इस वर्ल्डकप के बाद भारत एक भी टी-20 वर्ल्डकप अपने नाम नहीं कर पाया.
टी-20 वर्ल्डकप 2007 में टीम इंडिया:
बनाम स्कॉटलैंड: मैच रद्द
बनाम पाकिस्तान: बॉल आउट में 3-2 से जीत
बनाम न्यूजीलैंड: 10 रनों से हार
बनाम इंग्लैंड: 18 रनों से जीत
बनाम साउथ अफ्रीका: 37 रनों से जीत
बनाम ऑस्ट्रेलिया: 15 रनों से जीत
बनाम पाकिस्तान: 5 रनों से जीत