
टी20 वर्ल्ड कप 2022 के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने नियमों में बड़ा बदलाव किया है. अब सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले के दौरान बारिश या किसी अन्य कारणों से बाधा पहुंचती है तो डकवर्थ लुईस नियम से मैच का फैसला तभी होगा जब दोनों टीमें 10-10 ओवर खेल चुकी होंगी. गौरतलब है कि टी20 इंटरनेशनल में बारिश से खलल पड़ने परमिनिमम 5-5 ओवरों का खेल होने के बाद ही डकवर्थ लुईस नियम के आधार पर फैसला निकाला जाता है.
प्लेऑफ मैचों में होंगे रिजर्व डे
टी20 वर्ल्ड कप में इस बार सेमीफाइनल और फाइनल मैचों के लिए रिजर्व डे भी रखा गया है. यदि बारिश के चलते सेमीफाइनल या फाइनल में निर्धारित तिथि को दोनो टीमों के बीच मिनिमम 10-10 ओवर्स का खेल नहीं होगा तो रिजर्व डे का प्रयोग किया जाएगा. साथ ही सेमीफाइनल मुकाबले में यदि बारिश के चलते रिजर्व डे में भी नतीजा नहीं निकला तो ग्रुप स्टेज में टॉप पर रहने वाली टीम फाइनल में पहुंच जाएगी.
...अगर फाइनल मैच धुला तो?
यदि फाइनल मुकाबला धुल जाता है तो दोनों ही टीमों को संयुक्त विजेता घोषित कर दिया जाएगा. 2002 के चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत और श्रीलंका की टीम संयुक्त विजेता रही थी. टी20 वर्ल्ड कप 2022 का पहला सेमीफाइनल मैच सिडनी में 9 नवंबर को खेला जाएगा. वहीं दूसरा सेमीफाइनल मैच एडिलेड ओवल में 10 नवंबर को आयोजित होना है. जबकि फाइनल मैच का आयोजन 13 नवंबर को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में किया जाएगा.
बारिश ने बिगाड़ा कई टीमों का खेल
मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप में मुकाबलों का धुलना टीमों के समीकरण को बिगाड़ रहा है. अब तक कुल चार मुकाबले धुल चुके हैं. जहां 28 अक्टूबर को आयरलैंड-अफगानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड का मुकाबला बारिश के चलते रद्द करना पड़ा था. उससे पहले साउथ अफ्रीका-जिम्बाब्वे और न्यूजीलैंड-अफगानिस्तान का मैच भी बारिश के चलते बेनतीजा रहा था. यही नहीं डकवर्थ लुईस सिस्टम के तहत आयरलैंड ने एक मैच में इंग्लैंड को मात दे दी थी. यदि वह मुकाबले में बारिश खलल नहीं डालती तो शायद इंग्लैंड मुकाबला जीत गया रहता.
प्वाइंट्स टेबल को लेकर हैं ये नियम
सुपर-12 में हर टीम को जीतने पर दो प्वाइंट मिल रहे हैं, वही हारने वाली टीम को जीरो प्वाइंट मिल रहे हैं. अगर मैच टाई या रद्द होता तो टीमों में एक-एक प्वाइंट बंट जाएगा. जैसा कि जिम्बाब्वे और साउथ अफ्रीका के बीच मैच में देखने को मिला था. अगर ग्रुप में दो टीमों के प्वाइंट्स बराबर होंगे, तब इस हिसाब से फैसला लिया जाएगा कि उन्होंने टूर्नामेंट में कितने मैच जीते, उनका नेट-रनरेट क्या था और आमने-सामने का क्या रिकॉर्ड रहा है.