
टी20 वर्ल्ड कप 2022 में आज (2 नवंबर) भारतीय टीम का सामना बांग्लादेश से होना है. दोनों टीमों के बीच ग्रुप-2 का यह मुकाबला ऐतिहासिक एडिलेड ओवल में होगा. भारत ने टूर्नामेंट में शानदार आगाज करते हुए पाकिस्तान और नीदरलैंड पर जीत हासिल की थी. लेकिन पिछले मुकाबले में साउथ अफ्रीका के खिलाफ उसे हार का सामना करना पड़ा. ऐसे में रोहित ब्रिगेड बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबला जीतकर फिर से लय हासिल करना चाहेगी.
भारत और बांग्लादेश के बीच अबतक 11 टी20 मुकाबले खेले गए हैं, जिसमें मेन इन ब्लू ने 10 मुकाबलों में जीत हासिल की है. वहीं बांग्लादेश एक मैच में विजेता बना. टी20 रिकॉर्ड भले ही भारतीय टीम के पक्ष में दिखाई दे रहा हो. लेकिन इतिहास गवाह है कि बांग्लादेशी टीम कई मौकों पर भारत को टक्कर देने में कामयाब रही है. दोनों देशों के बीच दो टी20 मुकाबलों को तो फैन्स कभी नहीं भूल सकते हैं. उन दोनों ही मुकाबलों में कांटे की टक्कर हुई थी और आखिरी बॉल पर भारतीय टीम विजेता बनी थी.
...जब हार्दिक ने पलट दिया था गेम
2016 के वर्ल्ड कप में बेंगलुरु के मैदान पर बांग्लादेश और भारत आमने-सामने हुए थे. उस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 146 रन बनाए. सुरेश रैना ने 30 और शिखर धवन ने 24 रनों की पारी खेली. जवाब में 147 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश ने 19 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 136 रन बना लिए थे. यानी उसे आखिरी छह बॉल पर 11 रन बनाने थे. मुश्फिकुर रहीम और महमूदुल्लाह जैसे बल्लेबाज क्रीज पर थे. ऐसे में बांग्लादेश की जीत नजर आ रही थी.
काफी विचार विमर्श के बाद कप्तान एमएस धोनी ने हार्दिक पंड्या को 20 वां ओवर फेंकने के लिए गेंद थमाई. पहली 3 गेंद में बांग्लादेश ने 9 रन बना लिए और उसे अब आखिरी तीन बॉल में महज दो रनों की दरकार थी. ऐसे में बांग्लादेश की जीत तय लग रही थी, लेकिन इसके बाद जो हुआ वो इतिहास बन गया. आखिरी 3 गेंद पर बांग्लादेश एक भी रन नहीं बना पाया और उसके तीन विकेट गिर गए. इस तरह भारतीय टीम मुकाबले को 1 रन से जीतन में सफल रही.
...वो निदाहास ट्रॉफी का फाइनल मैच
साल 2018 के निदाहास ट्रॉफी के फाइनल को कौन भूल सकता है जहां भारत ने चार विकेट से जीत हासिल की थी. कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में हुए उस मुकाबले में टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए बांग्लादेश ने सब्बीर रहमान के 77 रनों की बदौलत आठ विकेट पर 166 रन बनाए थे. जवाब में भारतीय टीम के 18 ओवरों की समाप्ति तक 133 रनों पर पांच विकेट गिर चुके थे. यानी कि मैच के आखिरी 2 ओवर बचे थे और भारत को 12 गेंदों में 34 रनों की दरकार थे. ऐसे में भारत का मैच जीतना असंभव लग रहा था.
लेकिन इन आखिरी दो ओवर में दिनेश कार्तिक ने जो किया, वह इतिहास बन गया. कार्तिक ने रूबेल हुसैन के ओवर में दो चौके और दो छ्क्के लगाए. फिर जब 20 वें ओवर में भारतीय टीम को आखिरी बॉल पर मुकाबला जीतने के पांच रन चाहिए थे तो कार्तिक ने सौम्य सरकार की बॉल पर छक्का लगाकर टीम को जीत दिला दी. कार्तिक ने 8 गेंदों में पर 29 रन बनाकर नाबाद रहे, जिसमें दो चौके और तीन छक्के शामिल थे.