
Cricket vs Weather:आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप-2022 में बारिश का 'खेल' जारी है. ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे इस वैश्विक टूर्नामेंट में बारिश जमकर खलल डाल रही है. हद तो तब हो गई, जब 28 अक्टूबर को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर बारिश जीत गई और क्रिकेट हार गया. दरअसल, गुरुवार को यहां निर्धारित दोनों मुकाबले बिना कोई गेंद फेंके रद्द करने पड़े. पहले मैच में आयरलैंड और अफगानिस्तान की भिड़ंत होनी थी, जबकि इसके बाद मौजूदा चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में मुकाबला होना था. जाहिर है टी20 वर्ल्ड कप में मुकाबलों का धुलना टीमों के लिए अच्छा नहीं है. बारिश टीमों का समीकरण बिगाड़ रही है.
मौजूदा वर्ल्ड कप में बारिश का खेल इतना असरदार साबित हो रहा है कि सुपर-12 में अब तक खेले गए 14 में से 4 मुकाबले धुल चुके हैं, इस दौरान एक मैच छोटा करना पड़ा, जबकि कई मैच देरी से शुरू हुए या बाधित हुए. यानी इस टूर्नामेंट में अब तक किसी एक टीम ने जितने मैच जीते नहीं हैं, उससे ज्यादा रद्द हो चुके हैं. अब जरा रद्द/बेनतीजा मैचों की फेहरिस्त पर नजर डालते हैं -
बारिश का चला 'खेल', रद्द हुए मुकाबले
28 अक्टूबर, 2022: ऑस्ट्रेलिया vs इंग्लैंड- मेलबर्न, मुकाबला रद्द
28 अक्टूबर, 2022: न्यूजीलैंड vs अफगानिस्तान- मेलबर्न, मुकाबला रद्द
26 अक्टूबर, 2022: अफगानिस्तान vs आयरलैंड- मेलबर्न, मुकाबला रद्द
24 अक्टूबर, 2022: दक्षिण अफ्रीका vs जिम्बाब्वे- होबार्ट, बेनतीजा.
क्या होगा मेलबर्न का..? अब तक 3 मैच धुले
इस टी20 वर्ल्ड कप के दौरान मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर बारिश की वजह से अब तक सबसे ज्यादा 3 मैच रद्द हुए हैं. गुरुवार को जब दोनों मैच धुल गए तो मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम के हेड कोच एंड्रयू मैक्डोनाल्ड की निराशा और उनकी प्रतिक्रिया गौर करने लायक है. उन्होंने कहा, 'जब मेलबर्न में बारिश हो रही है तो मुकाबलों को डॉकलैंड्स स्टेडियम (Docklands Stadium) में कराने का विकल्प है, लेकिन यह आईसीसी पर निर्भर करता है कि वह मैचों को इस स्टेडियम में शिफ्ट करती है या नहीं.' डॉकलैंड्स स्टेडियम मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड से लगभग 5 किमी की दूरी पर है. इस स्टेडियम में छत की सुविधा मौजूद है यानी बारिश के आने पर भी यहां मुकाबला जारी रह सकता है.
ऑस्ट्रेलियाई कोच का ICC को ऐसा सुझाव
मैक्डोनाल्ड ने कहा कि साल के इस समय और गर्मियों की शुरुआत में यही होता है. इस मौसम में हमेशा बारिश होने की संभावना होती है और यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है. निराशाजनक बात यह भी है कि सड़क पास एक स्टेडियम (डॉकयार्ड्स) है जिस पर छत है. ताकि आप वहां क्रिकेट खेल सकें.' ऑस्ट्रेलियाई टीम के हेड कोच की इस 'शिकायत' को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. जाहिर है, खराब मौसम, बारिश और कम रोशनी की वजह से अगर मैच रुक जाए तो खेल प्रशंसकों को यह बात सबसे ज्यादा चुभती है.
22 साल पहले की गई पहल का क्या हुआ?
22 साल पहले इसी परेशानी को दूर करने के लिए एक खास पहल की गई थी, ताकि बारिश, तूफान या मौसम की किसी भी तरह की बेरुखी से मैच को बचाया जा सके. इसी सकारात्मक सोच के साथ 'इंडोर क्रिकेट' का सपना सच हुआ था. 16 अगस्त, 2000 को पहला इंटरनेशनल इंडोर क्रिकेट मैच खेला गया था. तब इस मैच की मेजबानी मेलबर्न के इसी डॉकलैंड्स स्टेडियम ने की थी.
जब स्टेडियम की बंद छत के नीचे हुआ था मैच
यह ऐतिहासिक वनडे मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुआ था. तब इस पहले इंडोर मुकाबले को ऑस्ट्रेलिया ने 94 रनों से जीता था. कप्तान स्टीव वॉ ( नाबाद 114 रन) और माइकल बेवन (106 रन) की शतकीय पारियों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 295/5 का स्कोर खड़ा किया था. जवाब में शॉन पोलॉक की अफ्रीकी टीम निर्धारित 50 ओवरों में 201/7 रन ही बना सकी थी. इस स्टेडियम में 48 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है. लेकिन तब सर्दी के कारण 25,785 दर्शक ही मैच देखने पहुंचे थे, जहां स्टेडियम की छत मैदान की सतह से 38 मीटर की ऊंचाई पर है.
अब डॉकलैंड्स में कोई इंटरनेशनल इंडोर मैच नहीं
123 साल (1877 में टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत) के लंबे इंतजार के बाद बारिश या गीले आउटफील्ड के कारण सैकड़ों मैच रद्द होने के बाद खेल जारी रखने के लिए यह समाधान सामने आया था. डॉकलैंड्स ने 2000 और 2006 के बीच केवल 12 वनडे इंटरनेशनल मैचों की मेजबानी की, क्योंकि मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड उसी शहर में है, जिसकी क्षमता लगभग दोगुनी है.
मेलबर्न में डॉकयार्ड्स स्टेडियम हो सकता है विकल्प
अब यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि जिस सोच के साथ इनडोर स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबले आयोजित करने की पहले की गई थी, अब उसका क्या हुआ. निश्चित तौर पर डॉकयार्ड्स स्टेडियम जैसे विकल्प को इसी प्रतिकूल परिस्थिति में जरूर इस्तेमाल में लाना चाहिए था. और जब मेलबर्न में ऐसी परिस्थितियां बन रही हैं तो क्रिकेट और टूर्नामेंट के समीकरण को बिगड़ने से बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को जरूर पहल करनी चाहिए थी. मौसम की मार झेल रहे मलबर्न में ही फाइनल खेला जाना है, हालांकि इसके लिए रिजर्व-डे रखा गया है.
इंडोर पावर क्रिकेट.. जब हिट हुआ आफरीदी का शॉट
इंडोर क्रिकेट की बात करें, तो कार्डिफ़ के मिलेनियम स्टेडियम में शाहिद आफरीदी ने एक कमाल का शॉट लगाया था, जो स्टेडियमन की छत से जा टकराया था. आफरीदी का यह वीडियो अभी भी YouTube पर मौजूद है. दरअसल, 2002 में कार्डिफ के मिलेनियम स्टेडियम में द ब्रिट्स और रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड के बीच इनडोर मुकाबले को 'पावर क्रिकेट' का नाम दिया गया था. 16-a-side मैच में आफरीदी ने रेस्ट ऑफ द वर्ल्ड के लिए खेलते हुए मैथ्यू फ्लेमिंग की गेंद पर जो छक्का लगाया था उस पर उन्हें 12 रन मिले थे, क्योंकि वह शॉट मिलेनियम स्टेडियम की बंद छत से टकराया था.
क्रिकेट पर मौसस की मार अन्य खेलों से अलग है. मध्यम से भारी बारिश के बीच फुटबॉल का मैच जारी रह सकता है. टेनिस भी कभी-कभी रुक जाता है, लेकिन बारिश रुकने के तुरंत फिर शुरू हो जाता है अन्य खेलों के भी ऐसे ही उदाहरण हैं. क्रिकेट सबसे अलग है. इस खेल के मैदान का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा पिच होता है, जो मौसम से काफी प्रभावित होता है.