
IPL Title Sponsor: इंडियन प्रीमियर लीग को नया टाइटल स्पॉन्सर मिल गया है. साल 2022 से TATA ग्रुप के हाथ में टाइटल स्पॉन्सर की कमान होगी. यानी अब ये टूर्नामेंट अब 'TATA IPL' के नाम से जाना जाएगा. TATA ने चीनी कंपनी Vivo की जगह ली है.
आईपीएल चेयरमैन बृजेश पटेल ने समाचार एजेंसी पीटीआई को जानकारी दी है कि साल 2022 से टाटा ही आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर होगा, जो चीनी कंपनी वीवो की जगह लेगा.
आपको बता दें कि मंगलवार को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग हुई है, जिसमें कई बड़े फैसले लिए गए हैं. टाटा को आईपीएल का टाइटल स्पॉन्सर बनाया गया है, इसके अलावा अहमदाबाद टीम को खरीदने वाले सीवीसी ग्रुप को लेटर ऑफ इंटेंट सौंपा गया है.
VIVO ने साल 2018 में आईपीएल टाइटल स्पॉन्सरशिप के राइट्स खरीदे थे. इसके लिए कंपनी को बीसीसीआई को हर साल 440 करोड़ रुपये देने थे. वीवो का ये कॉन्ट्रैक्ट साल 2022 तक था. पिछले साल भारत-चीन के बीच हुए विवाद के कारण जब देश में विरोध हुआ, तब एक साल के लिए वीवो को ब्रेक लेना पड़ा था.
आईपीएल का 2022 सीजन कई मायनों में खास होने जा रहा है. क्योंकि इस बार मेगा ऑक्शन होना है, साथ ही ये वीवो का बतौर टाइटल स्पॉन्सर आखिरी साल होगा. इतना ही नहीं आईपीएल को जल्द ही नया मीडिया स्पॉन्सर भी मिलेगा, क्योंकि स्टार के साथ आईपीएल का राइट भी 2022 तक खत्म होगा.
बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ‘आज नहीं तो कल ऐसा होना ही था क्योंकि इससे लीग और कंपनी दोनों का बुरा प्रचार हो रहा था. चीन के उत्पादों को लेकर नकारात्मक भावना को देखते हुए कंपनी को करार पूरा होने से एक सत्र पहले प्रायोजन से हटना पड़ा.’ बीसीसीआई को कोई नुकसान नहीं होगा क्योंकि अब भी उसे 440 करोड़ रुपये की वार्षिक प्रायोजन राशि मिलना तय है, जिसका भुगतान अब नया प्रायोजक करेगा.
बीसीसीआई प्रायोजन से मिलने वाली राशि का 50 प्रतिशत अपने पास रखता है और बाकी राशि आईपीएल फ्रेंचाइजी के बीच बांटता है, जिनकी संख्या दो नई टीम के इस साल से जुड़ने के बाद अब 10 हो गई है. माना जा रहा है कि अभी यह करार सिर्फ एक साल का है क्योंकि बीसीसीआई को 2023 से शुरू हो रहे अगले चक्र के लिए नई निविदा आमंत्रित करनी होगी.