
Team India will have to learn these 5 things to win in West Indies: टीम इंडिया और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज 12 जुलाई से हो रहा है. वेस्टइंडीज की टीम के मुकाबले टीम इंडिया मजबूत दिख रही है. टीम इंडिया की बल्लेबाजी में गहराई दिख रही है, हालांकि वेस्टइंडीज के पुराने दौरे देखे जाएं तो कई बार टीम इंडिया की बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह ढह गई है.
टेस्ट जीतने के लिए टीम इंडिया को क्या करना चाहिए? यही हम आपको बताने जा रहे हैं. लेकिन पहले इतिहास में दर्ज एक टेस्ट मैच की कहानी संक्षिप्त में जान लीजिए.
1997 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच ब्रिजटाउन में टेस्ट खेला गया था. तब भी टीम इंडिया की बैटिंग लाइन-अप बहुत मजबूत थी. टीम इंडिया को चौथी पारी में महज 120 रन बनाने का लक्ष्य मिला था. लेकिन तब टीम इंडिया महज 81 रनों पर लुढ़क गई थी. उस समय टीम इंडिया के बल्लेबाजी ऑर्डर में वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman), नवजोत सिद्धू (Navjot Sidhu), राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid), सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar), सौरव गांगुली (Sourav Ganguly), मोहम्मद अजहरुद्दीन (Mohammad Azharuddin) जैसे खिलाड़ी थे. यानी बल्लेबाजी क्रम बहुत शानदार था.
अब इसे आज के वर्तमान बैटिंग ऑर्डर (शुभमन गिल, रोहित शर्मा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, रवींद्र जडेजा) से तुलना की जाए तो टक्कर लगभग बराबर की ही बैठेगी. पहले टेस्ट में यशस्वी जायसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ को भी जगह मिल सकती है.
वेस्टइंडीज के पास तब और अब के बॉलिंग अटैक में अंतर तो है. तब विंडीज के पास कर्टली एम्ब्रोस (Curtly Ambrose), इयान बिशप (Ian Bishop), मर्व डिल्लन (Mervyn Dillon), फ्रेंकलिन रोज (Franklyn Rose) थे. हालांकि वेस्टइंडीज की टीम में अब भी कमाल के तेज गेंदबाज हैं. इनमें शैनन गेब्रियल, जेसन होल्डर, अल्जारी जोसेफ, केमार रोच शामिल हैं. ऐसे में भारत को तेज गेंदबाजी से बचना होगा.
अब आपको बताते हैं वेस्टइंडीज में टेस्ट जीतना है तो टीम इंडिया के बल्लेबाजों को ये 5 चीजें सीखनी होंगी...
1- धैर्य रखना बेहद जरूरी: विंडीज की पिच पर खेलते हुए और खासकर बल्लेबाजी करते हुए धैर्य रखना होगा. ये बात अंजिक्य रहाणे ने भी रोहित शर्मा एक वीडियो में कही. क्योंकि एक बार आंखें जमने के बाद वेस्टइंडीज में रन बनाना बहुत आसान होता है.
2- जितना लेट खेलें उतना फायदा: टीम इंडिया वेस्टइंडीज में खेलने के लिए हेड कोच राहुल द्रविड़ से भी सबक सीख सकती है. राहुल द्रविड़ अपने करियर में गेंद को बहुत लेट खेलते थे. जिसका उन्हें ओवरसीज दौरे में खेलने का फायदा मिलता था.
3- ऑफ स्टम्प की गेंद खेलते हुए रहना होगा सावधान: ऑफ स्टम्प की गेंद खेलते हुए कौन सी छोड़नी है, कौन सी प्ले करनी है. इस बारे में टीम इंडिया को बहुत ध्यान रखना होगा. विराट कोहली हाल में इस समस्या से जूझते हुए नजर आए हैं. ऐसे में विंडीज के तेज गेंदबाजों के खिलाफ टीम इंडिया को बचकर रहना होगा. टॉप ऑर्डर को तो नई गेंद से बेहद चौकन्ना रहना होगा.
4- वी में खेलने की कोशिश करनी चाहिए: टीम इंडिया के बल्लेबाज अपनी पारी को 'वी' में खेलने की कोशिश करे तो बेहतर रहेगा. वी यानी मिड ऑफ और मिड ऑन के रीजन में खेलना होगा. वहीं 'एक्रॉस द लाइन' खेलने से टीम इंडिया के बल्लेबाजों को बचना होगा.
5: ओपनर्स को करना होगा क्लिक: शुभमन गिल और रोहित शर्मा टीम इंडिया के लिए ओपन करेंगे, ऐसे में इन दोनों से बड़ी साझेदारी की टीम इंडिया उम्मीद करेगी.
पहले टेस्ट के लिए वेस्टइंडीज टीम: क्रेग ब्रैथवेट (कप्तान), जर्मेन ब्लैकवुड (उप-कप्तान), एलिक अथानाजे, टेगेनरीन चंद्रपॉल, रहकीम कॉर्नवॉल, जोशुआ दा सिल्वा, शैनन गेब्रियल, जेसन होल्डर, अल्जारी जोसेफ, किर्क मैकेंजी, रेमन रीफर, केमार रोच, जोमेल वॉरिकन
रिजर्व: टेविन इमलाच, अकीम जॉर्डन
विंडीज दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, यशस्वी जयसवाल, अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), केएस भरत (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), आर. अश्विन, रवींद्र जडेजा, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, जयदेव उनादकट, नवदीप सैनी.
टीम इंडिया वेस्टइंडीज दौरे पर का शेड्यूल
पहला टेस्ट मैच- 12 से 16 जुलाई, डोमिनिका
दूसरा टेस्ट मैच- 20 से 24 जुलाई, पोर्ट ऑफ स्पेन
पहला वनडे- 27 जुलाई, ब्रिजटाउन
दूसरा वनडे- 29 जुलाई, ब्रिजटाउन
तीसरा वनडे- 1 अगस्त, पोर्ट ऑफ स्पेन
पहला टी20- 3 अगस्त, पोर्ट ऑफ स्पेन
दूसरा टी20- 6 अगस्त, गुयाना
तीसरा टी20- 8 अगस्त, गुयाना
चौथा टी20- 12 अगस्त, फ्लोरिडा
पांचवां टी20- 13 अगस्त, फ्लोरिडा