
Shikhar Dhawan vs KL Rahul: केएल राहुल को फिट होने के बाद भले ही जिम्बाब्वे दौरे के लिए भारतीय टीम की कमान सौंपी गई हो, लेकिन उन्हें अब भी अपनी कप्तानी में पहली जीत का इंतजार है. दूसरी तरफ शिखर धवन भारत के सफल कप्तानों में शामिल हैं, जिन्हें पहले इस दौरे में टीम की अगुआई करनी थी.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने राहुल को रोहित शर्मा के साथ तीनों प्रारूपों में उप-कप्तान बना रखा है और इसलिए उनके फिट होने पर उन्हें जिम्बाब्वे दौरे के लिए धवन की जगह कप्तानी सौंपी गई. लेकिन राहुल ने अब तक जिन चार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में कप्तानी की है, उन सभी में भारत को हार का सामना करना पड़ा. इनमें एक टेस्ट और तीन वनडे इंटरनेशनल मैच शामिल हैं.
ODI: धवन का ऐसा है कप्तानी रिकॉर्ड
दूसरी तरफ धवन ने 6 वनडे मैचों में भारतीय टीम की कमान संभाली है, जिनमें से 5 मैचों में टीम को जीत मिली. इसके अलावा धवन ने तीन टी20 इंटरनेशनल मैचों में भी कप्तानी की है, जिनमें उनका रिकॉर्ड एक जीत और दो हार है.
धवन ने पिछले साल जुलाई में पहली बार भारतीय टीम की कप्तानी की थी. वह हाल में वेस्टइंडीज के वनडे दौरे में भी टीम के कप्तान थे. वेस्टइंडीज के खिलाफ जहां भारतीय टीम ने तीन वनडे की सीरीज में क्लीनस्वीप किया, वहीं श्रीलंका के खिलाफ उसने सीरीज 2-1 से जीती थी. पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ भारतीय टीम टी20 सीरीज में 1-2 से हार गई थी.
KL राहुल: तीन वनडे...सभी में हार
राहुल ने इस साल जनवरी में दक्षिण अफ्रीकी दौरे में रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में पहली बार भारतीय टीम की अगुआई की थी. उनके नेतृत्व में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जो तीन वनडे मैच खेले थे उन सभी में उसे हार का सामना करना पड़ा था.
इस दौरे के दूसरे टेस्ट मैच में तत्कालीन कप्तान विराट कोहली के पूरी तरह फिट नहीं होने के कारण राहुल को पहली बार टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी का मौका मिला था, लेकिन भारत यह मैच सात विकेट से हार गया था.
राहुल ने इस साल फरवरी के बाद कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है. उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में खेलना था, लेकिन कोविड-19 के लिए पॉजिटिव पाए जाने के कारण वह नहीं खेल पाए थे.
धवन vs राहुल - कप्तानी में बल्लेबाजी
वनडे इंटरनेशनल में टीम इंडिया के कप्तान के तौर पर प्रदर्शन की बात करें, तो इसमें भी शिखर धवन काफी आगे हैं. धवन ने 6 मैचों में 59.20 की औसत से 296 रन बनाए हैं. केएल राहुल ने जिन 3 मैचों में कप्तान की, उनमें उनका बल्ला ज्यादा कुछ नहीं कर पाया. वह महज 76 रन ही बना सके.