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Happy Birthday Rahul Dravid: जब राहुल द्रविड़ को आया था गुस्सा.... ड्रेसिंग रूम में की ये हरकत

टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ आज (11 जनवरी) 49 साल के हो गए. पूर्व कप्तान द्रविड़ अपनी अद्भुत बल्लेबाजी के दम पर 'दीवार' और 'मिस्टर भरोसेमंद' के नाम से मशहूर रहे.

Rahul Dravid (getty) Rahul Dravid (getty)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 10:32 AM IST
  • भारतीय टीम के हेड कोच द्रविड़ आज 49 साल के हो गए 
  • 'मिस्टर भरोसेमंद' के नाम से मशहूर रहे राहुल द्रविड़

Dravid Birthday: टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ आज (11 जनवरी) 49 साल के हो गए. पूर्व कप्तान द्रविड़ अपनी अद्भुत बल्लेबाजी के दम पर 'दीवार' और 'मिस्टर भरोसेमंद' के नाम से मशहूर रहे. द्रविड़ को मैदान पर कम ही गुस्सा करते हुए देखा गया, लेकिन एक बार वह प्रेस कॉन्फ्रेंस में भड़क उठे थे. 2004 में भारतीय टीम पाकिस्तान दौरे पर थी. इस दौरान मैच फिक्सिंग के सवाल पर उन्हें बहुत गुस्सा आया था. द्रविड़ ने तब कहा था, 'इस शख्स (रिपोर्टर) को कोई बाहर निकालो. ये बकवास है और इस तरह की बातें खेल के लिए खराब हैं.'

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साल 1973 में इंदौर में जन्मे द्रविड़ को टीम की हार बिल्कुल पसंद नहीं थी. 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट गंवाने के बाद कप्तान द्रविड़ ने गुस्से में ड्रेसिंग रूम में कुर्सी उठाकर फेंकी थी. दरअसल, उस जीत के साथ ही इंग्लैंड की टीम तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर करने में कामयाब रही थी.

गांगुली-द्रविड़ ने साथ किया टेस्ट डेब्यू

राहुल द्रविड़ और एक और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली दोनों ने ही 1996 में लॉर्ड्स में अपना टेस्ट डेब्यू किया था. गांगुली ने पहली टेस्ट पारी में शतक बनाया, वहीं द्रविड़ महज पांच रनों से शतक बनाने से चूक गए. दोनों खिलाड़ियों ने 1999 विश्व कप में टॉन्टन के मैदान पर श्रीलंका के खिलाफ दूसरे विकेट के लिए 318 रनों की साझेदारी की थी. साल 2002 में, द्रविड़ ने लगातार चार टेस्ट शतक बनाए, जिसमें हेडिंग्ले में कठिन परिस्थितियों में बनाए गए 148 रन भी शामिल थे.

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इसके बाद 2003-04 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर द्रविड़ ने काफी शानदार प्रदर्शन किया. एडिलेड में हुए दूसरे टेस्ट में उन्होंने 835 मिनट की बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 233 और दूसरी पारी में नाबाद 72 रन बनाकर भारत को एक प्रसिद्ध जीत दिलाई. फिर द्रविड़ पाकिस्तान और वेस्टइंडीज में यादगार सीरीज जीतों में शामिल हुए. यही नहीं द्रविड़ ने अपनी कप्तानी में 21 साल बाद इंग्लिश जमीं पर भारत को पहली टेस्ट सीरीज दिलाई.

मार्च 2008 में वह टेस्ट क्रिकेट में दस रन बनाने वाले तीसरे भारतीय बने. साल 2011 द्रविड़ के लिए काफी शानदार रहा था और वह सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे. इस दौरान उन्होंने पांच शतक और चार अर्धशतकों की मदद से 1145 रन बनाए थे.  2011-12 के ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद द्रविड़ ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया.

'द वॉल' के रिकॉर्ड्स

टीम इंडिया की ओर से महज दो ही ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों में 10,000 से ज्यादा रन बनाए हैं. सचिन तेंदुलकर के अलावा द्रविड़ ने टेस्ट 13,288 रन बनाए हैं, जिसमें 36 शतक और 63 अर्धशतक शामिल हैं. वनडे में द्रविड़ ने 10,889 रन बनाए हैं. जिसमें उनके 12 शतक शामिल हैं.

फील्डर के तौर पर सबसे ज्यादा कैच लेने का वर्ल्ड रिकॉर्ड द्रविड़ के नाम दर्ज है. उन्होंने 301 पारियों में 210 कैच लपके. महेला जयवर्धने 205 कैचों के साथ दूसरे स्थान पर हैं. जबकि जैक्स कैलिस ने अपने टेस्ट करियर 200 कैच लपके.

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द्रविड़ की कप्तानी में भारत को साउथ अफ्रीका की धरती पर पहली टेस्ट विजय मिली थी. दिसंबर 2006 दौरे के जोहानिसबर्ग टेस्ट में भारत ने मेजबान टीम को 123 रनों से पीटा था. इसके अलावा द्रविड़ की कप्तानी में इंग्लैंड में भारत को 21 साल बाद (1986 के बाद 2007 में) टेस्ट में सीरीज जीत हासिल हुई थी.

द्रविड़ को 2004 में आईसीसी का साल का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर और साल का सर्वश्रेष्ठ टेस्ट क्रिकेटर भी चुना गया था. 2018 में उन्हें आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया.

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