
इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन टेस्ट मैच में भारत को सात विकेट से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा. जब टीम इंडिया ने अंग्रेजों को 378 का टारगेट दिया था, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि मेन इन ब्लू आसानी से मुकाबला गंवा देगी. भारतीय टीम की गेंदबाजी विश्व क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है ऐसे में भारतीय फैन्स को जीत की पूरी उम्मीद थी. लेकिन भारतीय गेंदबाज चौथी इनिंग्स में पूरी तरह बेबस नजर आए और उन्होंने महज 76.4 ओवर्स में ही सरेंडर कर दिया.
भारतीय टीम की विदेशी धरती पर यह लगातार तीसरी हार है. इससे पहले जनवरी में साउथ अफ्रीका दौरे पर भारत को दो मुकाबले गंवाने पड़े थे. जोहानिसबर्ग टेस्ट मैच में जहां डीन एल्गर के शानदार 96 रनों की बदौलत साउथ अफ्रीका ने सात विकेट से जीत हासिल की थी. वहीं केपटाउन टेस्ट मैच में भारतीय टीम 212 रनों के टारगेट को डिफेंड नहीं कर पाई और उसे सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा.
हार का पैटर्न एक जैसा...
एजबेस्टन, केपटाउन और जोहानिसबर्ग टेस्ट मैच में हार का पैटर्न लगभग एक जैसा है. इन तीनों ही मैचों में भारतीय गेंदबाज चौथी पारी में विकेट लेने को तरसते रहे. टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में 200 से ज्यादा का टारगेट हासिल करना आसान नहीं होता है लेकिन तीनों ही मुकाबले में विपक्षी टीम सात विकेट से मुकाबला जीतने में सफल रहीं. इस दौरान भारतीय गेंदबाजों ने कुल 207.5 ओवरों की गेंदबाजी की, जिसमें उन्होंने 4.01 रन प्रति ओवर की दर से रन खर्च किए.
भारतीय टीम पिछले तीन टेस्ट (विदेशों में)
एजबेस्टन- इंग्लैंड की 7 विकेट से जीत, 76.5 ओवर
केपटाउन- साउथ अफ्रीका 7 विकेट से जीता, 63.3 ओवर
जोहानिसबर्ग- साउथ अफ्रीका 7 विकेट से जीता, 67.4 ओवर
...जब तोड़ा था गाबा का घमंड
विदेशों में भारतीय टीम के सफलता में मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज जैसे तेज गेंदबाजों का अहम योगदान रहा है. गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत ही भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर लगातार दो बार टेस्ट सीरीज पर कब्जा किया था. पिछला ऑस्ट्रेलिया दौरा तो काफी स्पेशल रहा था. एडिलेड टेस्ट में भारतीय टीम के 36 रनोंं पर आउट होने के बाद भारतीय टीम के सीरीज जीत की किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. लेकिन भारत ने 0-1 से पिछड़ने के बाद मेलबर्न और गाबा टेस्ट मैच जीतकर सीरीज हथिया लिया था. याद दिला दें कि गाबा वही मैदान था जहां ऑस्ट्रेलियाई टीम 32 सालों से अजेय थी.
फिर पिछले साल इंग्लैंड में भी भारत ने दो टेस्ट मैच जीते थे. क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स टेस्ट मैच में कोहली ब्रिगेड ने 151 रनों से जीत हासिल की थी. वहीं, ओवल टेस्ट मैच को भी भारत ने 157 रनों के बड़े अंतर से जीता था. यही नहीं, भारत ने 2021 का अंत साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन टेस्ट मैच में 113 रनों की जीत दर्ज करके किया. बाद में भारत के पास इन दोनों देशों इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने का भी मौका था, लेकिन चौथी पारी में खराब गेंदबाजी के चलते उसे निर्णायक मुकाबले गंवाने पड़े.