
टीम इंडिया अब एक ‘नए युग’ की ओर बढ़ रही है. टी20 वर्ल्ड कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद टीम अब बदलाव के साथ मैदान पर कदम रखने के लिए तैयार है. नया मुख्य कोच, टी20 में नया नियमित कप्तान और नए टीम संयोजन के साथ भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ 17 नवंबर से शुरू हो रही सीरीज में यूएई की विफलता को भुलाकर भविष्य के लिए अपनी तैयारी शुरू कर देगी.
टीम इंडिया के सितारे टी20 वर्ल्ड कप में टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाने में नाकाम रहे. करोड़ों प्रशंसकों की उम्मीदों का बोझ लेकर उतरी भारतीय टीम चिरप्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से इस बार पार नहीं पा सकी. इस हार का असर इस कदर हावी हुआ कि वह न्यूजीलैंड के खिलाफ भी घुटने टेकने को मजबूर हुई. सुपर-12 चरण के अपने अगले मुकाबलों में टीम ने अपने पुराने रंग में लौटने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. और जिसका डर था वही हुआ... दूसरों के नतीजों पर निर्भर टीम इंडिया को खाली हाथ स्वदेश लौटना पड़ा.
बायो-बबल के 'जिन्न' से परेशान टीम इंडिया
इस हार के लिए कई कारण सामने आए. टीम का पिछले चार महीनों से जैव सुरक्षित वातावरण (बायो-बबल) में रहना भी खराब प्रदर्शन का एक कारण रहा. इसका असर भारतीय खिलाड़ियों के हाव भाव (बॉडी लैंग्वेज) पर स्पष्ट दिखा. क्रिकेट के जानकारों ने इसके लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) को भी जिम्मेदार माना, जिसने टी20 विश्व कप से ठीक पहले आईपीएल का आयोजन करके खिलाड़ियों को तरोताजा होने का मौका नहीं दिया.
टूर्नामेंट से विदाई के बाद खुद निवर्तमान कोच रवि शास्त्री ने कहा कि भले ही आप ‘डॉन ब्रैडमैन’क्यों न हों, कई महीनों तक जैव सुरक्षित वातावरण (बायो बबल) में रहने का असर आप पर जरूर पड़ेगा. तो क्या लगातार मैचों से खिलाड़ी परेशान थे... बायो-बबल में रहते हुए टीम के सदस्य अच्छा महसूस नहीं कर पा रहे थे, अब सब कुछ ठीक हो जाएगा, बीसीसीआई अब अपने ‘व्यस्त कार्यक्रम’ से खुद को अलग कर लेगा..? ऐसे सवाल अब क्रिकेट प्रशंसकों को परेशान कर रहे होंगे.
आने वाले दिनों में टीम और बिजी रहने वाली है
सच तो यह है कि आने वाले दिनों में टीम इंडिया और बिजी रहने वाली है. अक्टूबर 2022 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप से पहले लगातार दौरे और सीरीज हैं. 2022 में होने वाला 10 टीमों का आईपीएल तो और भी लंबा खिंचेगा. विश्व की सबसे लुभावनी टी20 टूर्नामेंट में खिलाड़ी अपना सबकुछ झोंकने के लिए तैयार रहते हैं. ऐसे में राष्ट्रीय टीम के लिए ‘ताकत’ बचाकर रखने का मुद्दा भी फिर सामने आएगा.
टीम इंडिया के आने वाले दिनों के उपलब्ध कार्यक्रमों पर नजर डालें तो सीरीज की भरमार है. यानी ऑस्ट्रेलिया में अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में भी ‘थकान’ वाला फैक्टर उठना तय है. अब देखना होगा की नए मुख्य कोच राहुल द्रविड़, कप्तान और बोर्ड के तालमेल से खिलाड़ियों के ‘वर्कलोड’ पर क्या फैसला लिया जाएगा कि टीम तरोताजा होकर किसी टूर्नामेंट में उतरे.
17 नवंबर से शुरू होगी एक के बाद एक सीरीज
टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ 17 नवंबर से शुरू हो रही घरेलू सीरीज में उतरेगी. इस दौरान 3 टी20 इंटरनेशनल और 2 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जाएगी. सीरीज खत्म होते ही टीम इंडिया साउथ अफ्रीका पहुंच जाएगी, जहां 17 दिसंबर से सीरीज खेली जानी है. यह दौरा 26 जनवरी तक चलेगा. वहां तीन टेस्ट मैचों के अलावा तीन वनडे और 4 टी20 मैचों की लंबी सीरीज खेली जाएगी.
अफ्रीका दौरा खत्म कर लौटने का बाद भारतीय टीम को वेस्टइंडीज का सामना करना है. 6 फरवरी से शुरू होने वाली सीरीज में विंडीज टीम यहां 3 वनडे और इतने ही टी20 मैच खेलेगी. फरवरी के आखिर में श्रीलंका का भारत दौरे का कार्यक्रम है. इसके बाद आपीएल-15 का धूम-धड़ाका शुरू हो जाएगा. फिर जून में साउथ अफ्रीका को भारत के दौरे पर आना है. इसके बाद आगे भी दौरेै जारी रहेंगे.