
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) -14 टलने के बाद दिल्ली कैपिटल्स (DC) के युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने गोवा में छुट्टियां मनाने का फैसला किया. वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया में जगह बनाने में नाकाम रहे शॉ खाली समय का लुत्फ उठाना चाहते हैं.
पृथ्वी शॉ के लिए गोवा दौरे की शुरुआत अच्छी नहीं रही. उन्हें महाराष्ट्र के अंबोली में पुलिस ने रोक लिया. बता दें कि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यहां पर लॉकडाउन लागू है. पृथ्वी शॉ कोल्हापुर के रास्ते गोवा जा रहे थे. 21 साल के शॉ के पास ई-पास नहीं था. शॉ ने अधिकारियों से उन्हें जाने देने की अपील की, लेकिन वे नहीं माने.
करीब एक घंटे के इंतजार के बाद पृथ्वी शॉ ने मोबाइल के जरिए ई-पास के लिए अप्लाई किया, जिसके बाद उन्हें गोवा जाने की अनुमति मिली. देश इस वक्त कोरोना की दूसरी लहर से जंग लड़ रहा है और ऐसे वक्त में शॉ का छुट्टी मनाने के लिए गोवा जाना हैरान करने वाला फैसला है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3 लाख 40 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए और 4 हजार लोगों की मौत हुई.
मुंबई के इस बल्लेबाज का चयन इंग्लैंड दौरे के लिए टीम इंडिया में नहीं हुआ है. विजय हजारे ट्रॉफी और आईपीएल-14 में शानदार प्रदर्शन के बाद भी शॉ को टीम में जगह नहीं मिलने पर कई एक्सपर्ट्स ने हैरानी जताई. हालांकि बीसीसीआई से जुड़े एक सूत्र ने पृथ्वी के टीम में नहीं चुने जाने का कारण बताया है. 'टाइम्स ऑफ इंडिया' ने सूत्र के हवाले से बताया, 'टीम इंडिया में वापसी के लिए पृथ्वी शॉ को अपनी फिटनेस पर काम करना होगा, उन्हें अपना वजन कम करना होगा.'
शानदार फॉर्म में हैं पृथ्वी शॉ
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में फ्लॉप रहने वाले पृथ्वी शॉ ने विजय हजारे ट्रॉफी में अपने बल्ले का दम दिखाया. उन्होंने कुल 827 रन बनाकर मुंबई को चैम्पियन बनाया. पृथ्वी ने इसी फॉर्म को आईपीएल में भी जारी रखा. उन्होंने 8 मैचों में 38.50 की औसत से 308 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 3 अर्धशतक जड़े. पृथ्वी शॉ ने केकेआर के खिलाफ मुकाबले में 18 गेंदों में फिफ्टी जड़ी थी. आईपीएल के इस सीजन की ये दूसरी सबसे तेज फिफ्टी थी.