
टीम इंडिया के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के लिए पिछले 6 महीने शानदार रहे हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में कमाल का प्रदर्शन किया. लगातार अच्छे प्रदर्शन के दम पर पंत टीम इंडिया का अहम हिस्सा हो चुके हैं. पंत के इस प्रदर्शन का श्रेय उनके बचपन के कोच तारक सिन्हा को भी जाता है.
बता दें कि तारक सिन्हा दिल्ली के सोनेट क्लब के हेड कोच हैं. पंत ने करियर के शुरुआती दिनों में यहीं पर कोचिंग ली. तारक सिन्हा ने एक इंटरव्यू में पंत की दिग्गज क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी से तुलना और भविष्य में उनके कप्तान बनने की उम्मीदों पर बात की.
तारक सिन्हा ने कहा कि ऋषभ पंत हमेशा से मानसिक रूप से मजबूत रहे हैं. वह क्रिकेट खेलने के लिए दिल्ली से रूड़की आए और सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनना चाहते थे. सिन्हा ने कहा कि पंत के चेहरे पर मजबूत इरादा साफ नजर आता है. मुझे हमेशा लगता था कि अगर पंत को मौका दिया गया तो वो खुद को साबित कर देंगे.
धोनी से तुलना पर दिया ये जवाब
ऋषभ पंत की तुलना पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से होती है. तारक सिन्हा से जब इसपर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पंत की धोनी से लगातार तुलना होती रही और उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. अगर कोई और खिलाड़ी होता तो कब का टूट गया होता? लेकिन मैं हमेशा से कहता रहा हूं कि पंत की इच्छाशक्ति ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है. इसी के दम पर उन्होंने अपने खेल पर फोकस किया.
महेंद्र सिंह धोनी करियर के शुरुआती दिनों में आक्रामक बल्लेबाजी करते थे, लेकिन कप्तानी मिलने के बाद उन्होंने अपने खेल में बदलाव किया और जरूरत के हिसाब से बल्लेबाजी की. क्या पंत भी ऐसा करेंगे. इसपर तारक सिन्हा ने कहा कि इसमें किसी को शक नहीं है कि पंत गेमचेंजर हैं. लेकिन बार-बार उनकी धोनी से तुलना क्यों?
तारक सिन्हा ने कहा कि आपको इस तथ्य को स्वीकार करना चाहिए कि धोनी को दुनिया को यह दिखाने में भी थोड़ा समय लगा कि वह क्या करने में सक्षम हैं. हमें पंत के साथ भी धैर्य रखने की जरूरत है. उसका भी समय आएगा.
तारक सिन्हा ने कहा कि पंत ने इस साल आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और दिल्ली की रणजी टीम को फाइनल में पहुंचाया. ऐसा नहीं है कि वह अतिरिक्त जिम्मेदारी से डरता है. उसे लंबा रास्ता तय करना है.
पंत ने 20 टेस्ट मैचों में करीब 46 की औसत से 1358 रन बनाए हैं. उन्होंने 18 वनडे मैचों में 33.06 की औसत से 529 रन और 32 टी20आई में 21.33 की औसत से 512 रन बनाए हैं.