
आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय टीम का सेलेक्शन जब हुआ तो सबसे ज्यादा चर्चा टीम इंडिया के स्पिन अटैक को लेकर हुई. टूर्नामेंट के लिए भारतीय स्क्वॉड में 5 स्पिनर अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव और वरुण चक्रवर्ती को शामिल किया गया.
इन स्पिनरों को शामिल करने के प्लान पर कप्तान रोहित शर्मा को भी सवालों के बाउंसर का सामना करना पड़ा था. रोहित को सफाई देनी पड़ी, हिटमैन ने कहा- पहली बात तो ये कि उनके पास 2 स्पिनर और 3 ऑलराउंडर हैं. वो उनको 5 स्पिनरों के रूप में नहीं देख रहे हैं. रोहित ने यह भी कहा था कि जडेजा, अक्षर, सुंदर बल्लेबाजी में गहराई देते हैं.
अब शायद रोहित की यह बात सही साबित होती दिखाई दे रही है कि क्योंकि जिस कॉम्बिनेशन के साथ टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड (लीग मैच) और ऑस्ट्रेलिया (सेमीफाइनल) संग मुकाबले खेले, उसमें टीम इंडिया ने 2 स्पिनर और 2 स्पिन ऑलराउंडर खेलने के लिए उतारे.
न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले में तो वरुण चक्रवर्ती ने पांच विकेट झटककर जता दिया कि जो फैसला रोहित ब्रिगेड और गौतम गंभीर के साथ टीम मैनेजमेंट ने सेलेक्शन को लेकर किया था, वो सही रहा. यानी टीम इंडिया की स्पिन चौकड़ी (जडेजा, अक्षर, वरुण और कुलदीप) दुबई की पिच पर हिट रही. वरुण ने सेमीफाइनल में ट्रेविस हेड को उस समय 39 रनों पर आउट किया, जब वो पुराने रंग में दिख रहे थे.
न्यूजीलैंड संग मुकाबले में भारत की टीम वरुण चक्रवर्ती के साथ उतरी, वहीं हर्षित राणा को मुकाबले से बाहर रखा गया. भारत ने पहले खेलते हुए उस मुकाबले 249/9 का स्कोर बनाया था, जवाब में खेलने उतरी न्यूजीलैंड की टीम 205 रनों पर सिमट गई. प्लेयर ऑफ द मैच वरुण चक्रवर्ती ने उस मुकाबले में 5 विकेट लिए और भारत ने जीत दर्ज की.
ऑस्ट्रेलिया संग सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने कोई बदलाव नहीं किया. वही टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने उतरी जो न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलने उतरी थी. दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया ने भारत की देखा देख दुबई में खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में प्लेइंग 11 में मैथ्यू शॉर्ट की जगह कूपर कोनोली, स्पेंसर जॉनसन की जगह लेग स्पिनर तनवीर संघा की एंट्री की. लेकिन ऑस्ट्रेलिया का यह दांव फिट नहीं बैठा. तनवीर संघा ने 6 ओवर में 41 रन दिए और वो विकेटहीन रहे.
अब कुल मिलाकर भारतीय फैन्स यही दुआ कर रहे होंगे कि 9 मार्च को चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में भी टीम इंडिया की चौकड़ी का दांव फिट रहे और न्यूजीलैंड को टीम पीट दे.
भारतीय चौकड़ी का चैम्पियंस ट्रॉफी में प्रदर्शन
अक्षर पटेल: भारतीय टीम ने चैम्पियंस ट्रॉफी की शुरुआत से ही अक्षर पटेल को बल्लेबाजी क्रम में प्रमोट किया और केएल राहुल से पहले पांचवें नंबर पर उतारा. बल्लेबाजी में उन्होंने भले ही पहले मैच में बांग्लादेश के खिलाफ 8 रन बनाए, पर गेंदबाजी में उन्होंने पहले मैच में दो विकेट लिए. पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में अक्षर ने एक विकेट लिया और 3 रन पर नाबाद लौटे. वहीं न्यूजीलैंड संग मुकाबले में अक्षर ने बेहद उपयोगी 42 रनों की पारी खेली और बाद में बेहद जरूरी केन विलियमसन का विकेट झटका. ऑस्ट्रेलिया संग मुकाबले में अक्षर ने ग्लेन मैक्सवेल को आउट किया और बाद में रनचेज के दौरान 27 रन बनाए.
रवींद्र जडेजा: रवींद्र जडेजा को आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी में ज्यादा बल्लेबाजी का मौका तो नहीं मिला, लेकिन उन्होंने गेंदबाजी में जब भी मौका मिला, उन्होंने विपक्षी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाया. उन्होंने 4 मैचों में कुल 32.0 ओवर करवाएं हैं और 38.25 के गेंदबाजी एवरेज और 4.78 की इकोनॉमी से 4 विकेट लिए हैं.
कुलदीप यादव: कुलदीप यादव ने आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी में सबसे मारक स्पेल पाकिस्तान के खिलाफ फेंका, जहां उन्होंने 40 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए. कुलदीप ने सलमान अली आगा, शाहीन शाह आफरीदी और नसीम शाह को आउट किया. टूर्नामेंट के 4 मैचों में कुलदीप ने 36.3 ओवर्स में 183 रन देकर 36.60 के गेंदबाजी औसत से 5 विकेट हासिल किए हैं.
वरुण चक्रवर्ती: वैसे तो 33 साल के वरुण चक्रवर्ती के बारे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी ही होगा, लेकिन न्यूजीलैंड संग मुकाबले में जिस तरह उन्होंने गेंदबाजी की, उससे ऐसा माने जाना लगा है कि कुछ सालों तक उनकी स्पिन की तूती बोलेगी. वहीं जिस तरह उन्हें मिस्ट्री बॉलर कहा जाता था, उन्होंने न्यूजीलैंड संग मुकाबले में ये तो ये बात साबित कर दी. वरुण ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले में ट्रेविस हेड को आउट कर टीम इंडिया की सबसे बड़ी टेंशन दूर की थी. वरुण ने चैम्पियंस ट्रॉफी के दो मुकाबलों में 20 ओवर्स में 91 रन देकर कुल 7 विकेट हासिल किए हैं.