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राहुल 4 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए हमें कई मैच जिता सकता है: कोहली

कोहली ने कहा,‘‘ राहुल बेहतरीन खिलाड़ी हैं और उन्होंने क्रिकेट के तीनों फोर्मट्स में खुद को साबित किया है.

विराट कोहली विराट कोहली
विश्व मोहन मिश्र
  • चेन्नई,
  • 16 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 7:16 PM IST

के एल राहुल भले ही वनडे क्रिकेट में खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं लेकिन कप्तान विराट कोहली को पूरा विश्वास है कि वह चौथे नंबर पर अच्छी बल्लेबाजी करेंगे. राहुल के फॉर्म के बारे में कोहली ने कहा,‘‘ राहुल बेहतरीन खिलाड़ी हैं और उन्होंने क्रिकेट के तीनों फोर्मट्स में खुद को साबित किया है.

कोहली ने कहा,‘‘ राहुल का साथ देने की जरूरत है क्योंकि हमारा मानना है कि उसमें क्षमता है. एक बार इस नंबर पर जमने के बाद वह हमारे लिए मैच जरूर जीतेगा. हमें इसका यकीन है.'' कोहली का मानना है कि राहुल ही नहीं बल्कि टीम के हर खिलाड़ी को लचीला होना होगा.

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उन्होंने कहा ,‘‘यदि आप ऐसा सोचे कि एक प्रारूप में आप जिस नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं, सभी प्रारूपों में उसी क्रम पर करेंगे तो टीम के लिये लिए संतुलन बनाना मुश्किल हो जाता है. खिलाड़ियों को टीम की जरूरतों के मुताबिक खुद को ढालना होगा.''

कोहली ने कहा ,‘‘ मैने टी-20 क्रिकेट में पारी की शुरूआत की है. मुझे इतना लचीला होना होगा. यह खिलाड़ी पर निर्भर करता है कि वह टीम की जरूरत के अनुसार उतर सके. किसी भी बल्लेबाज को नए नंबर पर जमने में समय लगता है.''

कोहली ने कहा, ‘‘इसमें समय लगता है. यह आसान नहीं है. अजिंक्य रहाणे ने वनडे में मिडिल आर्डर पर खेला और टेस्ट में भी वह खेलता है. उसने वनडे में पारी का आगाज भी किया. उसे भी दिक्कत हुई लेकिन हमने उसका साथ दिया. उसे पता है कि रणनीति साफ है.’’

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यह पूछने पर कि ऑस्ट्रेलिया कठिन प्रतिद्वंद्वी होने के कारण क्या उनकी रणनीति अलग होगी, उन्होंने कहा ,‘‘मुझे नहीं लगता कि हमें अलग नजरिए की जरूरत है. मैने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज से पहले भी कहा था कि आपका विरोधी नहीं बल्कि आपकी तैयारी अहम है. आप सभी टीमों की ताकतों और कमजोरियों का आकलन करते हैं.’’

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली टेस्ट सीरीज काफी तनावपूर्ण थी और कोहली ने कहा कि हर सीरीज में प्रतिस्पर्धी होना जरूरी है. यह पूछने पर कि क्या अधिक प्रतिस्पर्धी होने से खिलाड़ी आपा खो देते हैं, उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे ऐसा नहीं लगता. आप कुछ भी कहने के लिए स्वतंत्र हैं. आप सारा समय बोलते रहिए लेकिन मैदान पर नतीजा नहीं निकलता तो सब बेकार है. मानसिक द्वंद्व की बातें दर्शकों के लिए भी रोमांच पैदा करती है.’’

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