Advertisement

मां नहीं चाहती थीं बने क्रिकेटर, मनजोत के आगे पस्त हुए ऑस्ट्रेलियाई

कालरा ने अंडर-19 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ शानदार 47 रनों की पारी खेली थी और टीम इंडिया को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. यही नहीं, इस अंडर-19 वर्ल्ड कप में कालरा ने 350 से ज्यादा रन बनाए हैं.

राहुल द्रविड़ के साथ मनजोत कालरा राहुल द्रविड़ के साथ मनजोत कालरा
अजीत तिवारी
  • माउंट मौंगानुई ,
  • 03 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 1:49 PM IST

अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में टीम इंडिया के ओपनर मनजोत कालरा ने शानदार शतक लगाकर टीम को जीत के करीब ला दिया. उन्होंने 101 गेंदों में अपना शतक पूरा किया. अपनी शतकीय पारी में कालरा ने 3 फर्राटेदार छक्के और 8 चौके लगाए.

कालरा ने अंडर-19 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ शानदार 47 रनों की पारी खेली थी और टीम इंडिया को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. यही नहीं, इस अंडर-19 वर्ल्ड कप में कालरा ने 350 से ज्यादा रन बनाए हैं.

Advertisement

कालरा अंडर-19 वर्ल्ड कप के फाइनल में खेल रही भारतीय टीम में दिल्ली के एक मात्र खिलाड़ी हैं. वो दिल्ली के आजादपुर मंडी में रहते हैं. उनके पिता प्रवीण कुमार व्यापारी हैं. वो चाहते थे कि मनजोत पढ़ाई करे और उसी आधार पर अपने जीवन में आगे बढ़े.

मनजोत के अंडर-19 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में चुने जाने पर खुशी जताते हुए कहा था कि मनजोत खेल-खेल में खिलाड़ी बन गया. उन्होंने कहा कि मनजोत पढ़ने में तेज था इसलिए हमें लगता था कि वो पढ़ाई में ही आगे जाएगा. वहीं, उसके बड़े भाई को क्रिकेट से लगाव था. मनजोत अपने बड़े भाई के साथ ही मैच खेला करता था. ऐसे ही खेलते-खेलते वो टीम इंडिया में पहुंच गया.

आईपीएल 11 के ऑक्शन में मनजोत कालरा अपने बेस प्राइस 20 लाख रुपए में बिके. उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स ने खरीदा. बता दें कि मनजोत के अंडर-19 की टीम इंडिया में शामिल होने पर विवाद खड़ा हो गया था. आरोप लगाए गए थे कि मनजोत वर्ल्ड कप में नहीं खेल सकते क्योंकि उनकी उम्र 19 से ज्यादा है. हालांकि, सारे आरोप गलत साबित हुए और मनजोत को टीम में शामिल होने में कोई परेशानी नहीं हुई.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement