
श्रीलंका के पूर्व कप्तान दिमुथ करुणारत्ने अपना 100वां टेस्ट खेलने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे. श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के बीच गुरुवार से गॉल में शुरू होने वाला दूसरा और अंतिम टेस्ट मैच उनका 100वां टेस्ट मैच होगा.
श्रीलंका के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक 36 साल के करुणारत्ने ने अपने लगभग 14 वर्षों के अंतरराष्ट्रीय करियर में अभी तक 99 टेस्ट मैचों में 40 से थोड़ा कम की औसत से 7,172 रन बनाए हैं, जिसमें 16 शतक और 39 अर्धशतक शामिल हैं. उन्होंने 50 वनडे (ODI) मैचों में भी एक शतक और 11 अर्द्धशतक के साथ 1,316 रन बनाए हैं.
‘डेली एफटी’ के अनुसार 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले करुणारत्ने ने कहा, ‘एक टेस्ट खिलाड़ी के लिए एक साल में केवल चार टेस्ट खेलने और अपनी फॉर्म बनाए रखने के लिए खुद को प्रेरित रखना बहुत मुश्किल होता है.’
उन्होंने कहा, ‘डब्ल्यूटीसी (विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप) शुरू होने के बाद पिछले दो-तीन वर्षों में हमने बहुत कम द्विपक्षीय सीरीज खेली हैं. मौजूदा फॉर्म, मेरे 100 टेस्ट मैच पूरे करना और डब्ल्यूटीसी के वर्तमान चक्र (2023-25) का पूरा होना भी अन्य कारण हैं. मुझे लगा कि संन्यास लेने का यह सही समय है.’
करुणारत्ने की योजना अब अपने परिवार के साथ ऑस्ट्रेलिया में बसने की है. उन्होंने 2008 में सिंहली स्पोर्ट्स क्लब (एसएससी) की तरफ से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया था.
उन्होंने कहा, ‘मेरी अपनी कुछ निजी योजनाएं हैं. मैंने एंजी (एंजेलो मैथ्यूज) और चांडी (दिनेश चांडीमल) जैसे अन्य सीनियर खिलाड़ियों से बात करने के बाद संन्यास लेने का फैसला किया है.’
करुणारत्ने ने कहा, ‘हम तीनों के एक ही समय में संन्यास लेने की बजाय, हमारे लिए एक-एक करके संन्यास लेना बेहतर होगा. मैंने सोचा कि मैं पहले संन्यास ले लूंगा क्योंकि मुझे पता है कि जितने कम टेस्ट मैच खेले जा रहे हैं उन्हें देखते हुए मैं टेस्ट क्रिकेट में 10000 रन बनाने के अपने अगले लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाउंगा.’
उन्होंने कहा, ‘मैंने अब तक जो हासिल किया है उससे मैं खुश हूं. मैं अपने 100वें टेस्ट में खेलने जैसे सुखद पल के साथ अपने संन्यास की घोषणा करना चाहता हूं.’