
वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में अपने टेस्ट करियर का शानदार आगाज करने वाले पृथ्वी शॉ ने 44 गेंदों पर आठ चौकों और दो छक्कों की मदद से 61 रन बनाकर मुंबई को शानदार जीत दिलाई और अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया.
इस बीच उनके और हैदराबाद के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के बीच शानदार द्वंद्व भी देखने को मिला. शॉ और कप्तान श्रेयस अय्यर ने मुंबई के लिए शानदार अर्धशतक लगाए.
मुंबई के सामने 247 रन का लक्ष्य था, लेकिन जब उसने 25 ओवरों में दो विकेट पर 155 रन बनाए थे तभी झमाझम बारिश आ गई जिसके कारण खेल आगे नहीं हो पाया. वीजेडी पद्धति से तब जीत के लिए मुंबई का स्कोर दो विकेट पर 96 रन होना चाहिए था.
इससे पहले हैदराबाद ने रोहित रायडू के नाबाद 121 रन के दम पर आठ विकेट पर 246 रन बनाए थे. रोहित रायडू के अलावा हैदराबाद का कोई भी बल्लेबाज मुंबई के आक्रमण के सामने नहीं टिक पाया. उनके बाद दूसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर 29 रन था जो बीपी संदीप ने बनाया.
अंबाती रायडू के चचेरे भाई रोहित रायडू ने अपनी 132 गेंद की पारी में आठ चौके और चार छक्के लगाए. कप्तान अंबाती रायडू केवल 11 रन बना पाए. मुंबई की तरफ से तुषार देशपांडे ने 55 रन देकर दो जबकि रायस्टन डियास ने 43 रन देकर दो विकेट लिए.
वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज में अपने टेस्ट करियर का शानदार आगाज करने वाले शॉ ने 44 गेंदों पर आठ चौकों और दो छक्कों की मदद से 61 रन बनाकर मुंबई को धमाकेदार शुरुआत दिलाई. इस बीच उनके और हैदराबाद के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के बीच शानदार द्वंद्व भी देखने को मिला.
बाएं हाथ के स्पिनर मेहदी हसन (23 रन देकर दो) ने शॉ को बोल्ड किया. इससे पहले उन्होंने रोहित शर्मा (17) की भी गिल्लियां बिखेरी थी. अय्यर (53 गेंदों पर नाबाद 55) ने यहीं से जिम्मेदारी संभाली. जब बारिश के कारण खेल रोका गया तब अय्यर के साथ अंजिक्य रहाणे 17 रन पर खेल रहे थे.
मुंबई 2006-07 सत्र के बाद से विजय हजारे ट्रॉफी नहीं जीती है. वह 20 अक्टूबर को होने वाले फाइनल में दिल्ली और झारखंड के बीच गुरूवार को होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ेगा.