
IND vs AUS, Virat Kohli all dismissals in BGT 2024-25: क्या विराट कोहली वाकई ऑफ स्टम्प की गेंदों पर असहाय हो चुके हैं. कवर ड्राइव का मास्टर बल्लेबाज बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 'निरीह' बन चुका है? यह हम नहीं, खुद कोहली के आंकड़े कह रहे हैं. इस सीरीज में कोहली कुल 7 बार ऑफ स्टम्प की दिशा की गेंद को जबरिया खेलने के चक्कर में आउट हुए हैं. खास बात यह है कि कोहली इसके अलावा किसी और दूसरे तरीके से इस सीरीज में आउट नहीं हुए हैं.
सिडनी टेस्ट के पहले दिन बल्लेबाजी के लिए उतरे कोहली गजब के कॉन्फिडेंस में लग रहे थे, स्टांस भी थोड़ा साइड ऑन था. पहली गेंद पर उनका कैच छूटा. लेकिन इसके बाद उन्होंने अपनी पारी बेहद संभलकर आगे बढ़ाई. 68 गेंदों पर वो 17 रन बनाकर जमे हुए लग रहे थे, लेकिन फिर 69वीं गेंद पर कोहली की वही पुरानी दिक्कत उभरकर आई और एक बार फिर ऑफ स्टम्प की गेंद पर छेड़छाड़ की... और चलते बने.
बोलैंड ने चौथी बार किंग कोहली को आउट किया. वहीं, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में यह 7वां मौका था जब गेंद कोहली के बल्ले के बाहरी किनारे से लगी और विकेट के पीछे आउट हुए. सिडनी में वह स्लिप में खड़े डेब्यूमैन ब्यू वेबस्टर को कैच थमा बैठे, जिन्होंने कैच पकड़ने में कोई गलती नहीं की.
कोहली इस सीरीज में जिस तरह आउट हुए हैं, उससे देखकर एक चीज तो स्पष्ट है कि उनको कम से कम अपने आदर्श सचिन तेंदुलकर से सीख लेनी चाहिए. जिन्होंने 2003-04 दौरे पर सिउनी टेस्ट में एक पारी बिना कवर ड्राइव के खेली थी. सचिन भी उससे पहले कई बार ठीक वैसे ही ऑफ स्टम्प की गेंद का पीछा करने के चक्कर में आउट हो रहे थे. कोहली तेंदुलकर की सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर बिना कवर ड्राइव के खेली गई 241 रनों की ऐतिहासिक पारी से नसीहत ले सकते हैं. तब तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ट्रेडमार्क कवर ड्राइव से बचते हुए नॉट आउट 241 रन बनाए, जो उनका टेस्ट में हाइएस्ट स्कोर भी है.
VIDEO: सिडनी टेस्ट से पहले तक ऐसे आउट हुए कोहली
कोहली BGT में हर बार एक ही तरीके से आउट...
1: इस बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के पर्थ टेस्ट में विराट कोहली की दिक्कत शुरू हुई. जहां वो सबसे पहले जोश हेजलवुड की गेंद पर फर्स्ट स्लिप पर खड़े उस्मान ख्वाजा के हाथों आउट हुए. तब यही सवाल शुरू हुआ था कि वह इस गेंद को छोड़ सकते थे. पर इस टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने नाबाद 100 रन बनाए.
2: एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में कोहली एक बार फिर ऑफ स्टम्प की गेंद पर कंफ्यूज दिखे. वह यह तय ही नहीं कर पाए कि गेंद को छोड़े या खेलें, नतीजतन स्टार्क की गेंद पर दूसरी स्लिप पर मार्नस लॉबुशेन को कैच दे बैठे. कोहली इस पारी में महज 7 रन ही बना सके.
3: एडिलेड टेस्ट की दूसरी पारी में कोहली ठीक-ठाक खेल रहे थे, लेकिन फिर एक बार जमने के बाद स्कॉट बोलैंड की गेंद पर विकेटकीपर एलेक्स कैरी के हाथों निपट गए.
4: ब्रिस्बेन टेस्ट में कोहली की ऑफ स्टम्प के बाहर की गेंद के साथ छेड़खानी की दिक्कत बनी रही. यहां भी वो एलेक्स कैरी के हाथों कैच आउट हो गए. एक बार फिर फिर जोश हेजलवुड का शिकार बने. दूसरी पारी में बारिश के कारण उनको मौका नहीं मिला.
5: मेलबर्न टेस्ट में भारत की पहली पारी के दौरान कोहली फिर फुस्स रहे और पहली बार 36 रन बनाकर स्कॉट बोलैंड की गेंद पर एलेक्स कैरी के हाथों पुराने पैटर्न पर आउट हुए.
6: मेलबर्न टेस्ट में की दूसरी पारी में कोहली ने एक बार फिर से स्टार्क की बाहर जाती हुई गेंद का पीछा किया और पहली स्लिप पर खड़े उस्मान ख्वाजा ने कैच पकड़ने में कोई दिक्कत नहीं हुई.
7: सिडनी टेस्ट में जिस तरह कोहली डेब्यू कर रहे ब्यू बेवस्टर के हाथों थर्ड स्लिप पर आउट हुए. कोहली के आउट होने पर यह चीज साफ दिखी कि उन्होंने कम से कम पांचवें स्टम्प की गेंद का पीछा किया.
कोहली नहीं उठा सके 'जीवनदान' का फायदा
सिडनी टेस्ट में विराट कोहली पहली ही गेंद पर कैच कर लिये गए थे, लेकिन थर्ड अंपायर ने इसका विश्लेषण किया और उसके बाद उनको नॉट आउट दिया गया. तीसरे अंपायर ने कोहली के कैच का स्लोमोशन वीडियो में विश्लेषण किया, जिसके बाद पाया गया कि स्मिथ न कैच को क्लीन तरीके से नहीं पकड़ा था. हालांकि लंच के ब्रेक के दौरान जब स्टीव स्मिथ से जब इस कैच के बारे में पूछा गया तो वह इस बात पर अड़े हुए नजर आए कि उनके जमीन पर लगने से पहले ही गेंद को उछाल दिया, इसके बाद गली में खड़े मार्नस लाबुशेन ने कैच पकड़ा. कुल मिलाकर ऐसा लगा कि स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन द्वारा एक शानदार टीम कैच के बाद विराट कोहली गोल्डन डक पर आउट होते दिख रहे थे, लेकिन तीसरे अंपायर ने उन्हें बचा लिया.