
कप्तान विराट कोहली (नाबाद 94 रन, 50 गेंदें, 6 चौके, 6 छक्के ) की बेहतरीन तूफानी पारी के दम पर टीम इंडिया ने सीरीज के पहले टी-20 मैच में वेस्टइंडीज पर 6 विकेट से धमाकेदार जीत दर्ज की. टीम इंडिया ने 208 रनों के विशाल लक्ष्य को 8 गेंदें शेष रहते हासिल कर लिया. कोहली ने टी-20 इंटरनेशनल में अपना उच्चतम स्कोर बनाया. इस जीत के साथ भारत ने तीन मैचों की टी-20 सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है. यह भारत द्वारा टी-20 में हासिल किया गया अब तक का सबसे बड़ा लक्ष्य है.
भारत ने हासिल किया 208 का लक्ष्य, तोड़ा अपना ही 10 साल पुराना रिकॉर्ड
हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में कप्तान कोहली भारत को जीत दिलाने के संकल्प के साथ बल्लेबाजी करने उतरे थे. उन्होंने वेस्टइंडीज के लक्ष्य को भेदने के लिए पूरा जोर लगा दिया. अपनी तूफानी पारी के दौरान वह उस वक्त गुस्से से भर गए, जब केसरिक विलियम्स 13वें ओवर में उनसे टकरा गए, वो भी बीच पिच पर.
दरअअसल, 13वें ओवर में कोहली और केसरिक विलियम्स आधी पिच पर एक-दूसरे से लगभग टकरा से गए थे. क्योंकि गेंदबाज गेंद पर झपट रहा था और बल्लेबाज एक रन के लिए छोर बदलने में लगे थे. कोहली ने तुरंत अंपायर से शिकायत की. विलियम्स ने माफी मांगते हुए सीधे हाथ उठाया, लेकिन कोहली की आक्रामकता अचूक थी.
कोहली ने विलियम्स के अगले ओवर में धमाकेदार बल्लेबाजी की. भारत को (16वें ओवर में) अभी भी 30 गेंदों में 54 रन चाहिए थे. उस ओवर की पहली गेंद को कोहली ने गेंदबाज के सिर के ऊपर से उछाला और चौका हासिल किया. अगली गेंद पर फ्लिक कर कोहली ने लेग साइड पर प्रहार कर छक्का उड़ाया. वेस्टइंडीज के खिलाड़ी बस देखते रह गए.
इसके बाद कोहली ने ऐसा किया, जिसे देख सभी दंग रह गए. कोहली ने 'नोटबुक उत्सव' मनाया, जिससे हैदराबाद की भीड़ मानो रोमांचित हो उठी. केसरिक विलियम्स के लिए ऐसा लगा अब कुछ नहीं बचा है. दरअसल, कोहली ने पर्ची फाड़ने के अंदाज में क्रीज पर जश्न मनाया.
सच तो यह है कि कोहली ने बदला पूरा किया. 2017 में केसरिक विलियम्स ने कोहली को आउट कर कुछ इसी तरह का जश्न मनाया था, जिसे भारत के कप्तान अब तक नहीं भूले थे. यह घटना जमैका में खेले गए टी-20 के दौरान देखी गई थी, तब विलियम्स ने कोहली को 39 के निजी स्कोर पर आउट कर दिया था और पर्ची फाड़ने के अंदाज में अपनी खुशी जाहिर की थी.
मैच के बाद कोहली ने कहा, 'नहीं, ऐसा सीपीएल में नहीं, जमैका में हुआ था, जब उन्होंने (केसरिक) ने मुझे आउट करने के बाद नोटबुक दी थी. मुझे वह बात याद थी, इसलिए मैंने ऐसा किया. हालांकि मैच के बाद हमने एक-दूसरे से हाथ मिलाया. मेरा यही मानना है कि प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलो और विपक्ष का सम्मान करो.'