
मंगलवार रात तिरुवनंतपुरम टी-20 में टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड पर 6 रनों से रोमांचक जीत हासिल की. भारत के खिलाफ अजेय चल रहे कीवियों ने पहली बार टी-20 सीरीज में 1-2 से हार का स्वाद चखा. मैच के बाद इस जीत पर खुशी जताते हुए विराट कोहली ने कहा कि एक समय ऐसा लग रहा था कि उन्हें ही गेंदबाजी करनी होगी.
दरअसल, मैच का अंतिम ओवर फेंक रहे हार्दिक पंड्या ने कीवी क्रिकेटर ग्रैंडहोम के शॉट को लपकने की कोशिश में अपनी हथेली चोटिल करवा ली थी. उस वक्त पंड्या की चोट से परेशान विराट खुद ही उस ओवर की बची हुई चार गेंदें फेंकने का मन बना चुके थे. हालांकि थोड़ी ही देर में पंड्या उठ खड़े हुए और उस निर्णायक ओवर की बाकी गेंदें फेंक कर भारत को जीत दिला दी.
अगर कीवियों के खिलाफ विराट गेंदबाजी करते तो, यह पहला मौका नहीं होता, जब वे किसी टी-20 का आखिरी ओवर करते. मुंबई में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप ( 31 मार्च 2016) के समीफाइनल का निर्णायक ओवर कप्तान धोनी ने विराट से फेंकवाया था. तब इंडीज को छह गेंदों में जीत के लिए 8 रन चाहिए थे.
मीडियम पेसर विराट के उस ओवर की पहली दो गेंदों पर 1 रन ही बना था, लेकिन अगली दो गेंदों पर आंद्रे रसेल ने छक्का और चौका जड़कर इंडीज को 7 विकेट से जीत दिला दी, और भारत फाइनल में नहीं पहुंच पाया. हालांकि विराट ने उस मैच का 14वां ओवर फेंकते हुए पहली ही गेंद पर जॉनसन चार्ल्स (52 रन) का विकेट जरूर झटका था.
विराट ने यह विकेट उस हालात में लिया थे, जब 19 रन पर दूसरा विकेट गिराने के बाद भारतीय टीम तीसरी सफलता के लिए तरस गई थी. हालांकि तब तक बहुत देर हो गई थी. वेस्टइंडीज ने 193 रनों का लक्ष्य दो गेंदें शेष रहते हासिल कर फाइनल के टिकट पर कब्जा कर लिया था.