
विराट कोहली ने अचानक से टेस्ट फॉर्मेट की कप्तानी छोड़कर सभी को हैरान किया है. उन्होंने शनिवार (15 जनवरी) की शाम को ट्वीट कर कप्तानी से इस्तीफा देने की सार्वजनिक जानकारी दी. कोहली ने ट्वीट के साथ एक पोस्ट भी शेयर की, जिसमें लंबा लेटर लिखा है. इसमें कोहली ने बीसीसीआई के साथ पूर्व कोच रवि शास्त्री और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को भी धन्यवाद दिया.
कोहली ने अपने लेटर में लिखा- भारतीय टीम को सही दिशा में ले जाने के लिए 7 सालों तक कठिन मेहनत और अथक प्रयास किए हैं. मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी से किया और इसे कभी नहीं छोड़ा. एक मंच पर आकर हर किसी को रुकना पड़ता है. अब मेरे लिए भी बतौर टेस्ट कप्तान यह समय आ गया है.
कोहली ने किया धोनी और शास्त्री का जिक्र
रवि शास्त्री और धोनी का जिक्र करते हुए कोहली ने कहा कि रवि भाई और सपोर्ट ग्रुप इस वाहन (सफर) के इंजन थे, जिनकी मदद से टेस्ट क्रिकेट में हम लगातार ऊपर की और बढ़ते गए. आखिर में महेंद्र सिंह धोनी को सबसे बड़ा धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने कप्तान के रूप में मुझ पर भरोसा जताया और मुझे एक बेहतर व्यक्तित्व के रूप में निखारा. जिससे भारतीय क्रिकेट को आगे ले जा सका.
दिल में किसी के कोई बात नहीं है
कोहली ने कहा कि मेरे दिल में किसी के लिए भी कुछ बात नहीं है. पूरी तरह से क्लियरिटी है और मैं अपनी टीम के प्रति बेईमान नहीं हो सकता. मैं BCCI को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने इतने लंबे समय तक मुझे टीम का नेतृत्व करने का मौका दिया. सभी साथियों ने इस सफर को यादगार और खूबसूरत बनाया है. उन सभी साथियों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं. इन्होंने पहले दिन से मेरा साथ दिया और कभी भी किसी भी हालात में साथ नहीं छोड़ा.
धोनी के बाद ही कोहली को कप्तानी मिली
धोनी ने 30 दिसंबर 2014 को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था. इसके बाद उनके ही कहने पर कोहली को कप्तानी सौंपी गई थी. इसके बाद ही कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बने. उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने 68 में से सबसे ज्यादा 40 टेस्ट जीते हैं. उनके बाद धोनी का नाम है, जिनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने 60 में से 27 टेस्ट जीते थे. हाल ही में साउथ अफ्रीका दौरे पर विराट कोहली की कप्तानी में ही भारतीय टीम को तीन टेस्ट की सीरीज में 1-2 से हार झेलनी पड़ी. हालांकि, सीरीज का दूसरा टेस्ट चोट के चलते कोहली नहीं खेल पाए थे.