
Virat Kohli Wicket: साउथ अफ्रीका में टीम इंडिया ने अपने नए मिशन की शुरुआत कर दी है, लेकिन सेंचुरियन टेस्ट की पहली पारी में कुछ ऐसा नज़ारा फिर देखने को मिला, जो पिछले दो साल से दिख रहा है. कप्तान विराट कोहली की खराब फॉर्म और उनके आउट होने का तरीका.
साल 2019 से एक शतक का इंतज़ार कर रहे विराट कोहली मैच के पहले दिन शानदार फॉर्म में दिख रहे थे, लेकिन बाहर जाती बॉल पर बल्ला अड़ा बैठे और विकेट गंवा दिया.
विराट कोहली की कवर ड्राइव को मौजूदा वक्त में सर्वश्रेष्ठ माना जाता है, लेकिन उनकी फॉर्म खराब है ऐसे में बहुत बाहर जाती हुई गेंद पर बल्ला लगाना बार-बार भारी पड़ रहा है. विराट कोहली जब बार-बार वही गलती दोहरा रहे हैं, तब फैंस को एक बार फिर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की साल 2004 में खेली गई ऐतिहासिक पारी याद आ रही है. तब सचिन ने 241 रन बनाए और एक भी कवर ड्राइव नहीं मारी थी.
कहां गलती कर रहे हैं विराट कोहली?
सेंचुरियन टेस्ट के पहले दिन विराट कोहली जब क्रीज़ पर आए, तब शानदार टच में दिख रहे थे. उनका फुटवर्क बेहतर काम कर रहा था, शॉट भी अच्छे निकल रहे थे. लेकिन ये सब कुछ देर ही चल पाया, लुंगी नगीदी की बाहर जाती गेंद पर विराट कोहली ने बल्ला अड़ा दिया और विकेट गंवा बैठे. बार-बार रिप्ले को देखें तो पता लगता है वो बॉल करीब 8वें-9वें स्टम्प पर थी, ऐसे में विराट खुद की गलती से ही आउट हुए.
सचिन तेंदुलकर ने ऐसा क्या किया था?
जो गलती अभी विराट कोहली कर रहे हैं, ऐसा ही कुछ सचिन तेंदुलकर भी कर चुके थे. साल 2003-04 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर सचिन तेंदुलकर बार-बार बाहर जाती गेंद को खेल रहे थे और ड्राइव लगाते वक्त अपना विकेट गंवा दे रहे थे. उसके बाद सिडनी का टेस्ट मैच आया, जहां सचिन तेंदुलकर ने 241 रनों की नाबाद पारी खेली. इसमें खास बात ये रही कि सचिन तेंदुलकर ने एक भी कवर ड्राइव नहीं मारी थी.
सचिन तेंदुलकर की उस पारी की वेगन व्हील देखें, तो पूरी इनिंग में सिर्फ चंद ही शॉट हैं जो कवर की तरफ आए हैं वरना बाकी सभी शॉट ऑन साइड की ओर ही दिखे थे. सचिन तेंदुलकर ने खुद इस बात को माना था कि ऑस्ट्रेलियाई बॉलर उन्हें बाहर बॉल डालकर परेशान कर रहे थे, ऐसे में उन्होंने ड्राइव ना खेलने का फैसला किया.
गौरतलब है कि विराट कोहली के बल्ले से साल 2019 से कोई शतक नहीं निकला है. पिछले कुछ दिनों में विराट के साथ जितना कुछ घटा है, उसके बाद हर किसी को उम्मीद है कि साउथ अफ्रीका दौरा विराट कोहली के लिए बदलाव वाला साबित होगा और शतकों का सूखा खत्म होगा.