
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज वकार युनूस का मानना है कि क्रिकेट को भ्रष्टाचार मुक्त रखने के लिए सभी क्रिकेट बोर्ड को फ्रेंचाइजी आधारित टी-20 लीगों पर नजर रखनी होगी और खिलाड़ियों को जागरूक करना होगा.
इस्लामाबाद युनाइटेड और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को फरवरी में शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी जब पाकिस्तान की नेशनल टीम के दो बल्लेबाजों शरजील खान और खालिद लतीफ को पाकिस्तान सुपर लीग के दूसरे सीजन में सटोरिये से मिलने और स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया था.
इस्लामाबाद युनाइटेड के दोनों खिलाड़ियों को निलंबित करके वापिस भेज दिया गया था. उसके बाद से उन पर पांच साल का प्रतिबंध लगाया गया.
पीएसएल के तीसरे सीजन में इस्लामाबाद युनाइटेड के गेंदबाजी कोच और क्रिकेट निदेशक वकार ने कहा, ‘स्पॉट फिक्सिंग का खतरा सभी खेलों के लिए कैंसर की तरह है . क्रिकेट बोर्ड को चाहिए कि इसके जड़ से सफाए के उपाय किए जाए.
उन्होंने कहा, ‘हम अपनी टीम में कड़ी निगरानी व्यवस्था लागू कर रहे हैं. हमें यकीन है कि इस बार पीएसएल में ऐसा कुछ नहीं होगा.’