
पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा का मंगलवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. यशपाल 1983 की विश्व विजेता भारतीय टीम के अहम सदस्य थे. कम ही लोगों को यह मालूम होगा कि यशपाल शर्मा के करियर को संवारने में महान अभिनेता दिलीप कुमार की बड़ी भूमिका रही थी. कुछ दिन पहले ही इस दिग्गज अभिनेता ने भी दुनिया को अलविदा कह दिया था.
दरअसल, एक बार एक रणजी मुकाबले में दिलीप कुमार ने यशपाल शर्मा को बल्लेबाजी करते हुए देख लिया था. तभी उन्होंने यशपाल से था कि तुम बहुत अच्छी बल्लेबाजी करते हो, मैंने तुम्हारे लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) से बात कर ली है.
दिलीप कुमार के बारे में ये खुलासा कुछ साल पहले खुद यशपाल शर्मा ने किया था. उन्होंने एक चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कहा था, 'मेरे जिंदा रहने तक मेरे एक ही पसंदीदा अभिनेता रहेंगे, जिन्हें आप लोग दिलीप कुमार के नाम से पहचानते हैं, लेकिन मैं उन्हें यूसुफ भाई कहकर बुलाता हूं. अगर क्रिकेट में मेरा करियर बनाने वाला कोई शख्स है तो वो यूसुफ भाई ही हैं.'
इंटरनेशनल करियर
यशपाल शर्मा ने 37 टेस्ट और 42 वनडे मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया. टेस्ट मैचों में उन्होंने 33.45 की औसत से 1606 रन बनाए, जिसमें दो शतक और 9 अर्धशतक शामिल रहे. टेस्ट मैचों में उनका उच्चतम स्कोर 140 रन रहा. यशपाल ने वनडे इंटरनेशनल में 28.48 की औसत से 883 रन बनाए, जिसमें चार अर्धशतक शामिल रहे. 1983 वर्ल्ड कप में भारत के पहले मुकाबले में उन्होंने 89 रन बनाए थे. इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में भी यशपाल ने 61 रनों की पारी खेलकर जीत में अहम योगदान दिया था.
रिटायरमेंट के बाद
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद यशपाल शर्मा ने कुछ समय के लिए बतौर अंपायर काम किया. इसके बाद वह 2003 से 2006 तक भारत के राष्ट्रीय क्रिकेट चयनकर्ता रहे. भारतीय क्रिकेट के उस कठिन दौर के दौरान यशपाल शर्मा ने कोच ग्रेग चैपल के साथ विवाद में तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली का समर्थन किया था. 2008 में यशपाल एक बार फिर से राष्ट्रीय टीम के चयनकर्ता चुने गए. उन्होंने उत्तर प्रदेश रणजी टीम को बतौर कोच भी अपनी सेवाएं दीं.