
आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 में भारतीय टीम ने काफी शानदार प्रदर्शन किया है. रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया ने लगातार 8 मुकाबले जीत लिए हैं और वह पहले ही सेमीफाइनल में एंट्री ले चुकी है. भारत के सामने एक-एक करके विपक्षी टीमों ने सरेंडर किया है. न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के मैच को छोड़ दिया जाए तो भारत ने बाकी के 6 मुकाबले एकतरफा तरीके से जीते हैं.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टीम ने जैसी जीत हासिल की? वो काफी अद्भुत थी. भारतीय बल्लेबाजों ने एक धीमी पिच पर 300 से ज्यादा रन बना डाले. फिर गेंदबाजों ने अफ्रीकी टीम को 83 रनों पर धराशायी कर दिया. साउथ अफ्रीका के मुकाबले के बाद भारतीय टीम को लगभग एक हफ्ते का रेस्ट मिला है.
भारत अब अपना अगला मुकाबला 12 नवंबर को नीदरलैंड्स के खिलाफ खेलेगा, जो सेमीफाइनल के लिहाज से एक प्रैक्टिस मैच की तरह होगा. चूंकि टीम को एक हफ्ते का ब्रेक मिला है, ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों को सावधानी बरतनी होगी. नीदरलैंड्स के खिलाफ मैच से पहले भारतीय खिलाड़ियों को उन एक्टिविटीज से दूर रहना चाहिए, जिससे चोट लगने का खतरा रहता है. वैसे भी कहावत है- सावधानी हटी, दुर्घटना घटी. इस कहावत को चरितार्थ करने के लिए कई उदाहरण मौजूद हैं.
...जब जडेजा दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से हुए थे चोटिल
पिछले साल टी20 वर्ल्ड कप से पहले एक एडवेंचर एक्टिविटी के दौरान भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा फिसल गए थे और उनका घुटना मुड़ गया था. जडेजा इसके चलते उस टी20 वर्ल्ड कप में भाग नहीं ले पाए थे. जडेजा दुबई की एक बैकवॉटर फैसिलिटी के अंदर ये एक्टिविटी कर रहे थे. ये एक्टिविटी ट्रेनिंग मैनअुल का पार्ट नहीं था, ऐसे में जडेजा इससे परहेज कर सकते थे.
पिछले ही साल के टी20 वर्ल्ड कप से पहले इंग्लैंड के जॉनी बेयरस्टो भी इंजर्ड हुए थे. बेयरस्टो गोल्फ कोर्स में फिसल गए थे और उनके पैर के निचले हिस्से में चोट लग गई थी. बेयस्टो इंजरी के चलते वर्ल्ड कप में भाग नहीं ले सके थे. मौजूदा वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल के साथ दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हुआ था. मैक्सवेल गोल्फ कार्ट से गिरकर चोटिल हो गए थे. इसके चलते वह इंग्लैंड के खिलाफ मैच में भाग नहीं ले पाए.
भारत ने तीनों डिपार्टमेंट में किया है दमदार प्रदर्शन
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 में भारतीय बल्लेबाजों ने अबतक शानदार प्रदर्शन किया है. कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने भारत को धमाकेदार शुरुआत दिलाई है, वहीं पूर्व विराट कोहली तो गजब की फॉर्म में हैं. केएल राहुल और श्रेयस अय्यर का प्रदर्शन भी शानदार रहा है. हार्दिक पंड्या की गैर मौजूदगी में छठे नंबर पर बैटिंग कर रहे सूर्यकुमार यादव ने भी उपयोगी योगदान दिया.
भारतीय गेंदबाजों के प्रदर्शन की जितनी तारीफ की जाए वो कम है. जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी की तिकड़ी के सामने विपक्षी बल्लेबाज बेदम दिखे हैं. शमी को तो शुरुआती चार मैचों में नहीं खिलाया गया था, लेकिन आते ही उन्होंने अपने खेल से समां बांध दिया कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने भी स्पिन डिपार्टमेंट में अपनी भूमिका बखूबी तरीके से निभाई है.
10 साल का सूखा खत्म होने के करीब
कुल मिलाकर भारतीय टीम को सही मायने में अब तक कोई चुनौती नहीं मिली है. भारत ने हर विभाग में एक चैम्पियन की तरह प्रदर्शन किया है. आत्मविश्वास के उफान का कारण यह भी है कि कठिन हालात से भारत ने वापसी करके जीत दर्ज की है. भारत की मंजिल अब उतनी दूर नहीं है और नॉकआउट स्टेज में भी भारतीय फैन्स अपनी टीम से ऐसे ही खेल की उम्मीद कर रहे हैं. सेमीफाइनल और फाइनल मैच जीतने पर भारत 10 साल से चले आ रहे खिताबी सूखे को खत्म कर देगा. बस थोड़ी सी सावधानी बरतने की जरूरत है.