
भारतीय टीम के स्टार क्रिकेटर रहे युवराज सिंह को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है. सिक्सर किंग युवराज की मां शबनम सिंह को धमकी मिली है. इस मामले में आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसने झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर युवराज की मां से 40 लाख रुपये की मांग की थी. पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी महिला को 5 लाख रुपये लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
इस मामले में DLF फेज-1 थाने में FIR दर्ज की गई है. आरोपी महिला की पहचान हेमा कौशिक उर्फ डिम्पी के रूप में हुई है. बताया गया है कि युवराज के छोटे भाई जोरावर सिंह हैं. उनके लिए इस आरोपी महिला हेमा को बतौर केयरटेकर रखा गया था. मगर 20 दिन में ही उसे नौकरी से निकाल दिया गया था.
आरोपी महिला ने झूठे केस में फंसाने की धमकी दी
पुलिस को दी गई शिकायत में कहा गया कि अपने बेटे जोरावर की देखरेख के लिए एक महिला मैनेजर/केअर टेकर को काम पर रखा था. मगर उसका व्यवहार और हरकतें ठीक ना होने के कारण उसे काम से हटा दिया था. काम से हटाने के बाद हेमा ने उनके परिवार और बेटे जोरावर को झूठे केस में फंसाने की धमकी थी. साथ ही इमेज खराब करने की धमकी देकर 40 लाख रुपयों की मांग भी की.
डिप्रेशन से जूझ रहे थे युवराज के भाई
आरोपी महिला को मंगलवार (25 जुलाई) को गिरफ्तार किया गया. डीएलएफ फेज-1 में युवराज का घर है. उनकी मां शबनम सिंह ने ही थाने में शिकायत दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि साल 2022 में युवराज के भाई जोरावर की केयरटेकर के तौर पर हेमा को काम पर रखा गया था. जोरावर बीते कई सालों से डिप्रेशन की बीमारी से जूझ रहा है. शबनम ने बताया कि हेमा को 20 दिन बाद ही काम से हटा दिया गया.
प्रोफेशनल न होने की वजह से हेमा को निकाला
हेमा को काम से निकालने के पीछे कारण बताया था कि वो प्रोफेशनल नहीं थी. साथ ही जोरावर सिंह को अपने जाल में फंसा रही थी. शबनम सिंह ने शिकायत में कहा कि मई 2023 में हेमा उर्फ डिंपी ने उन्हें वॉट्सएप मैसेज और कॉल करना शुरू किया था. जिसमें उसने धमकी दी कि वो इनके परिवार को झूठे केस में फंसाकर बदनाम कर देगी. इसके एवज में हेमा ने 40 लाख रुपय की मांग की थी.
परिवार को बदनाम करने की दी थी धमकी
19 जुलाई को हेमा कौशिक ने वॉट्सएप मैसेज कर धमकी दी कि वो 23 जुलाई को केस दर्ज करा देगी. इसके बाद पूरे परिवार की बदनामी हो जाएगी. शबनम ने हेमा को कहा कि रकम काफी बड़ी है और इसे इकट्ठा करने के लिए समय मांगा गया. सोमवार तक 5 लाख रुपये देने की बात तय हुई, लेकिन मंगलवार पर टाल दिया गया.
मंगलवार को जब आरोपी युवती हेमा 5 लाख रुपये लेने पहुंची तो पुलिस ने उसे रंगेहाथ अरेस्ट कर लिया. डीएलएफ फेज-1 थाना में अवैध वसूली की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है. युवती को बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया.