
आयरलैंड के खिलाफ खेला गया पहला टी-20 मुकाबला बारिश की वजह से बाधित रहा. इसी कारण टी-20 मैच भी 12-12 ओवर का ही खेला गया. आयरलैंड में वैसे ही भारत के मुकाबले तापमान काफी कम रहता है और बारिश की वजह से ठंड ज्यादा बढ़ गई थी. टीम इंडिया के स्टार बॉलर युजवेंद्र चहल ने बताया है कि ठंड में वह 3-3 स्वेटर पहनकर खेल रहे थे, फिर भी हालत खराब रही.
युजवेंद्र चहल को पहले टी-20 में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. चहल ने मैच के बाद ओपनर दीपक हुड्डा से बात भी की. इसी दौरान उन्होंने कहा कि यहां पर ठंड ज्यादा थी तो फिंगर इतनी घूम नहीं रही थी, ऐसे में मैंने अपनी लेंथ में बदलाव किया.
युजवेंद्र चहल बोले कि हमारी कोशिश थी अगर हम रन नहीं देंगे, तो टीम के लिए बेहतर होगा. आयरलैंड में किस तरह स्पिनर को बॉलिंग करनी चाहिए, इसपर युजवेंद्र चहल बोले कि यहां पर आपका माइंडसेट तय करता है. क्योंकि फिंगर यहां पर काम नहीं कर रही है, ठंड इतनी ज्यादा होने की वजह से ऐसा होता है.
वीडियो के आखिर में मज़े लेते हुए युजवेंद्र चहल बोले कि 28 को दूसरा मैच है, भगवान से दुआ करना इतनी ठंड ना हो. 3-3 स्वेटर पहने हुए हैं और कपड़े भी खत्म हो गए हैं. बता दें कि इस मैच में युजवेंद्र चहल ने 3 ओवर में सिर्फ 11 रन दिए और 1 विकेट भी लिया. जब आयरलैंड रन बरसा रहा था, उस वक्त ऐसी कसी बॉलिंग करने के लिए ही युजवेंद्र चहल को प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला.
बता दें कि पहले टी-20 को बारिश की वजह से 12-12 ओवर का कर दिया गया था. पहले ही डबलिन का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम था, बारिश होने के बाद वहां पर और भी ठंड बढ़ गई थी. ऐसे में भारतीय प्लेयर्स को यहां मैच खेलने में काफी मुश्किल झेलनी पड़ी.