चेन्नई का हिसाब, चेन्नई में बराबर. 317 रनों की ये जीत सीरीज में इंग्लैंड को भयभीत करती रहेगी. ये तो होना ही था. एक मैच जीतकर इंग्लैंड कुछ ज्यादा ही फूल गया था, उस गुब्बारे को टीम इंडिया ने पंचर कर दिया. इसी के साथ उन सभी पूर्व क्रिकेटरों की बोलती भी बंद हुई है, जो दो दिन पहले तक पिच को पानी पी-पीकर कोस रहे थे. खूब हल्ला मचा, बवाल काटने की कोशिश की गई. लेकिन टीम इंडिया ने अपने खेल से बार-बार लगातार ये बताया और जताया कि पिच ना तो कोई नागिन डांस कर रही थी, ना भूत बैठा था. अगर कुछ बैठा था तो खौफ, इंग्लैंड के दिल और दिमाग में. उन्हें स्पिन खेलने का हुनर नहीं आता तो इंडिया क्या करे. मैच के तीसरे दिन तीन स्वाहा हो चुके थे. जीत तो पक्की थी ही, बस देखना ये था कि इंग्लैंड 482 के पहाड़ पर कितनी दूर चढ़ता है, कितनी देर टिकत है. मगर वो टिक ना सका. लंच ब्रेक तक ही उसके सात विकेट सफाचट हो गए. देखें खास कार्यक्रम, विक्रांत गुप्ता के साथ.