अपनी पिच पर, अपनी परिस्थितियों में, अपने देश में टीम इंडिया की विराट दुर्दशा देखी नहीं जा रही थी. मगर अफसोस यही सच था-पिटाई, कुटाई, फजीहत. जो रूट की जड़ें इतने गहरे तक जम गई थीं कि किसी बात का कोई असर ही नहीं हो रहा था दर्द का दूसरा नाम बना टेस्ट का दूसरा दिन. अपनी पिच पर विराट दुर्दशा, रुट टीम इंडिया को रगड़ने के मूड में थे तो बेन स्ट्रोक्स, नाम के मुताबिक ही धाकड़ स्ट्रोक्स खेल रहे थे. कप्तान विराट से लेकर गेंदबाज तक मूकदर्शक बने रहने के सिवाय कुछ कर ही नहीं पा रहे. आन बान शान के साथ रूट ने 150 का आंकड़ा पार किया और मिशन डबल सेंचुरी पर लग गए. बेन स्टोक्स ने एक मौका भी दिया था लेकिन अश्विन लपक नहीं सके. नतीजा वनडे की तरह बल्लेबाजी करते हुए स्टोक्स सिर्फ 73 गेंदों पर पचास पार कर गए. इंग्लैंड तीन फिर चार का आंकड़ा पार कर गई. और रूट पार कर गए 200 का आंकड़ा. अपने सौंवे शतक में दोहरा शतक बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज और कप्तान बन गए रूट. टेस्ट मैचों में ये उनकी पांचवी डबल सेंचुरी है. देखें खास कार्यक्रम, विक्रांत गुप्ता के साथ.