
लुईस सुआरेज अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय मैच यादगार बनाने में कामयाब रहे. उनकी गोल की बदौलत उरुग्वे ने सऊदी अरब को 1-0 से हराकर विश्व कप 2018 के अंतिम 16 में जगह बनाई. उरुग्वे की यह लगातार दूसरी जीत है. उसने पहले मैच में मिस्र को भी इसी अंतर से हराया था. उसकी इस जीत से ग्रुप-ए से नॉकआउट में पहुंचने वाली दोनों टीमें भी तय हो गई हैं.
उरुग्वे की जीत ने मेजबान रूस का भी अंतिम 16 में स्थान पक्का कर दिया. इन दोनों टीमों के अभी दो मैचों में 6-6 अंक हैं. सऊदी अरब और मिस्र का सफर विश्व कप में लीग चरण में ही थम जाएगा.
सुआरेज ने खेल के 23वें मिनट में मैच का महत्वपूर्ण गोल दागा, जो आखिर में निर्णायक साबित हुआ. शुरुआती 20 मिनट तक दोनों टीमों ने एक-दूसरे को बराबर की टक्कर दी, लेकिन सुआरेज ने इसके बाद गोल कर उररुग्वे के दर्शकों में उत्साह भर दिया.
बुधवार को रोस्तोव एरेना में खेले गए मैच में सुआरेज ने कार्लोस सांचेज के कॉर्नर पर यह गोल किया. तब गेंद सऊदी अरब के गोलकीपर मोहम्मद अल ओवैस की पहुंच से भी बाहर थी.
इस तरह से सुआरेज ने अपने 100वें मैच में 52वां गोल दागा. वह तीन विश्व कप में गोल करने वाले उरुग्वे के पहले खिलाड़ी भी बन गए हैं.
इसके दो मिनट बाद उरुग्वे अपनी बढ़त दोगुनी करने की स्थिति में पहुंच गया था. एडिसन कवानी गेंद लेकर आगे बढ़े, लेकिन वह सऊदी अरब के कप्तान ओसामा हवासावी को नहीं छका पाए.
सऊदी अरब ने मैदान के मध्य क्षेत्र में गेंद पर कब्जा जमाए रखा, लेकिन गोल पर शॉट जमाने के मामले में उसके स्ट्राइकर फिर से नाकाम रहे. उरुग्वे की रक्षापंक्ति उसके लिए काफी मजबूत साबित हुई, जिसने अपना गोल ही नहीं, अपना बॉक्स भी सुरक्षित रखा.
दूसरे हाफ के शुरू में कोई भी टीम एक-दूसरे को चुनौती देती हुई नहीं लगी. खेल के 62वें मिनट में तब दोनों टीमें हरकत में दिखीं, जब उरुग्वे ने अपने हाफ में फ्री किक के जरिये गेंद आगे बढ़ाई. बाएं छोर से कवानी को रोकने के लिए कोई खिलाड़ी नहीं था. उन्होंने आगे अच्छा क्रॉस भी बढ़ाया, लेकिन अन्य खिलाड़ी उनके इस प्रयास का फायदा नहीं उठा पाए.
उरुग्वे अपनी बढ़त को बरकरार रखना चाहता था, जबकि सऊदी अरब किसी भी तरह से आक्रमण मजबूत करना चाहता था. उसके कोच जुआन एंटोनियो पिज्जी ने आखिरी दस मिनट में मोहम्मद अल सहलावी को मैदान पर उतारकर इसके स्पष्ट संकेत भी दिए.
लेकिन, गोल करने के मौका उरुग्वे के पास था. खेल के 88वें मिनट में कवानी गेंद लेकर आगे बढ़े, उन्हें केवल गोलकीपर को छकाना था, लेकिन वह इसमें नाकाम रहे.