
हार से निराश स्वीडन के कोच फ्यूमिंग एंडरसन ने जर्मनी के आखिरी क्षणों के गोल के बाद जश्न मनाने के तरीके पर सवाल उठाए. टोनी क्रूस के इंजुरी टाइम के पांचवें मिनट में किए गए गोल से जर्मनी ने स्वीडन को 2-1 से हराकर अंतिम-16 में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जीवंत रखा.
मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन ने इसके बाद जमकर जश्न मनाया, लेकिन उनका यह तरीका विरोधी टीम को अच्छा नहीं लगा. एंडरसन ने कहा, ‘जर्मन स्टाफ के सदस्यों ने हमारी तरफ दौड़ लगाकर जश्न मनाया और हमें चिढ़ाया जिससे मुझे गुस्सा उठा.’
उन्होंने कहा, ‘हमने पूरे 90 मिनट तक उन्हें कड़ी चुनौती दी और जब अंतिम सीटी बजती है तो आप हाथ मिलाते हो और मैदान छोड़ते हो इसलिए उनके इस तरह के व्यवहार से मैं बहुत गुस्से में था.’
इतना ही नहीं जर्मन खिलाड़ियों के साथ-साथ जर्मन प्रशंसक भी खुद को नहीं रोक पाए. मौजूदा चैंपियन जर्मनी के प्रशंसक बर्लिन में बारिश के बावजूद सड़कों पर उतरकर जश्न मनाने लगे.
जर्मनी के प्रशंसक हल्की बूंदाबांदी के बीच ब्रांडेनबर्ग गेट की बड़ी स्क्रीन पर मैच देख रहे थे और इससे पहले कि वे हताशा और गुस्से में अपने छाते फेंकते, टोनी क्रूस ने अंतिम सीटी बजने से एक मिनट पहले गोल दाग दिया.
सोची में अंतिम सीटी बजने के बाद रासदान अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं.’ तो ब्रिगिट शलाग ने कहा , ‘यह बहुत अच्छा अहसास है.’
ओला ट्राइवोनेन ने स्वीडन को जैसे ही बढ़त दिलाई जर्मनी की राजधानी में बारिश होने लगी. सभी के चेहरों पर हवाइयां तैरने लगी लेकिन मार्को रेयुस के गोल से उन्हें राहत मिली और जब क्रूस ने इंजूरी टाइम के पांचवे मिनट में फ्री किक पर गोल किया तो फिर सभी प्रशंसक जश्न में मस्त हो गए.
जर्मनी में गाइड का काम करने वाले 60 वर्षीय डिटेर मान ने कहा, ‘मैंने पहले ही कहा था कि रेयुस गोल करेगा.’ मार्सेल क्रीसेल ने कहा, ‘मेसुट ओजिल को हटाकर रेयुस को टीम में रखने का फैसला सही था.’