
उरुग्वे की सरकार ने इस बात से साफ इनकार कर दिया है कि 2026 वर्ल्ड कप की मेजबानी जीतने वाली अमेरिका, मेक्सिको और कनाडा की सफल दावेदारी ने 2030 वर्ल्ड कप के लिए उरुग्वे, पराग्वे और अर्जेंटीना की संयुक्त दावेदारी को कमजोर कर दिया है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, उरुग्वे को उम्मीद है कि वह फीफा वर्ल्ड कप के 23वें संस्करण की मेजबानी हासिल करेगा.
खेल के राष्ट्रीय सचिव फर्नादो सेकेरेस ने घोषणा में कहा, 'अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको द्वारा फीफा वर्ल्ड कप की मेजबानी के लिए दी गई संयुक्त दावेदारी के सफल होने का यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि इससे उरुग्वे, अर्जेंटीना और पराग्वे की 2030 वर्ल्ड कप के लिए दावेदारी को कोई नुकसान पहुंचेगा.'
फर्नादो ने कहा कि वर्ल्ड कप के आयोजनों का स्थानांतरण महाद्वीपों पर नहीं, बल्कि परिसंघों पर आधारित है. उरुग्वे, अर्जेंटीना और पराग्वे दक्षिण अमेरिकी फुटबॉल परिसंघ (कोनमेबोल) का हिस्सा हैं.
साल 2030 में होने वाले वर्ल्ड कप में इस टूर्नामेंट की 100वीं वर्षगांठ का जश्न मनाया जाएगा. उरुग्वे में साल 1930 में इसके पहले संस्करण का आयोजन हुआ था, जब उरुग्वे ने फाइनल में अर्जेंटीना को 4-2 से मात दी थी.