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Fifa World Cup France vs Argentina: कतर की मेजबानी में खेले जा रहे फीफा वर्ल्ड कप 2022 अब फाइनल में एंट्री कर चुका है. यह खिताबी मुकाबला डिफेंडिंग चैम्पियन फ्रांस और अर्जेंटीना के बीच रविवार (18 दिसंबर) को खेला जाएगा. अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर और कप्तान लियोनेल मेसी का यह आखिरी वर्ल्ड कप हो सकता है. ऐसे में वह यह खिताब जीतकर शानदार अंदाज में विदाई लेना चाहेंगे.
फ्रांस और अर्जेंटीना के बीच यह फाइनल मैच रविवार को लुसैल स्टेडियम में खेला जाएगा. मुकाबला भारतीय समयानुसार रात 8.30 बजे से खेला जाएगा. फ्रांस और अर्जेंटीना में से जो भी टीम चैम्पियन बनेगी, यह उसका तीसरा खिताब ही रहेगा. फैन्स ये जानना चाहेंगे कि आखिर इस मैच में कौन सी टीम भारी पड़ सकती है? आइए जानते हैं फ्रांस-अर्जेंटीना की ताकत और कमजोरी के बारे में...
डिफेंडिंग चैम्पियन फ्रांस को ताकत देते हैं ये तीन प्लेयर
फ्रांस की टीम में स्टार फॉरवर्ड प्लेयर किलियन एम्बाप्पे, ओलिविर जिरूड और एंटोनी ग्रीजमैन हैं, जिन्होंने अपने दम पर फ्रांस को फाइनल तक पहुंचाया है. इस वर्ल्ड कप में अब तक फ्रांस की टीम ने 6 मैच में 13 गोल दागे हैं, जिनमें से एम्बाप्पे और जिरूड ने मिलकर 9 गोल किए हैं. ग्रीजमैन ने अब तक कोई गोल नहीं किया है, लेकिन उन्होंने तीन असिस्ट किए हैं. वह किसी भी समय मैच पलटने की ताकत रखते हैं.
फ्रांस की ये कमजोरी फाइनल में पड़ सकती है भारी
इस वर्ल्ड कप में फ्रांस की एक बड़ी कमजोरी भी सामने आई है. यदि कागजों पर देखें, तो फ्रांस का डिफेंस मजबूत नजर आता है, लेकिन चोटों के कारण कुछ खिलाड़ी अंदर-बाहर होते रहे हैं. साथ ही ज्यादातर डिफेंडर अपनी लय में भी नजर नहीं आ रहे हैं. यही वजह भी है कि इस वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल से पहले तक फ्रांस ने सभी मैचों में गोल खाए हैं.
सिर्फ मोरक्को के खिलाफ सेमीफाइनल ही ऐसा मैच रहा, जिसमें फ्रांस ने कोई गोल नहीं खाया है. इस वर्ल्ड कप में फ्रांस एक मैच हार भी चुकी है. उसे ग्रुप स्टेज के आखिरी मुकाबले में ट्यूनीशिया ने 1-0 से करारी शिकस्त दी थी. यदि फाइनल में भी फ्रांस की यह कमजोरी सामने आई और अर्जेंटीना ने एक भी गोल दागा, तो पासा उलटा पड़ सकता है. यहां से मेसी की टीम बाजी मार सकती है.
फ्रांस और अर्जेंटीना के बीच हेड-टू-हेड
कुल मैच: 12
अर्जेंटीना जीता: 6
फ्रांस जीता: 3
ड्रॉ: 3
अर्जेंटीना की ताकत हैं ये दो प्लेयर और उनका गेम प्लान
अर्जेंटीनाई टीम का गेम प्लान मजबूत डिफेंडिंग के साथ धीमी शुरुआत जैसा देखा गया है. मगर एक बार जब वह मैदान, माहौल और विपक्षी टीम की लय भांप लेती है, तो अर्जेंटीना टीम अपना रंग दिखाना शुरू करती है. ज्यादातर मैचों में यही देखा गया है. सेमीफाइनल में भी क्रोएशिया के खिलाफ भी ऐसा ही गेम प्लान देखा गया था. यही वजह थी कि मेसी की टीम ने 3-0 से बड़ी जीत दर्ज की थी.
इस वर्ल्ड कप में कप्तान लियोनेल मेसी और जूलियन अल्वारेज के अलावा एंजो फर्नांडीज अर्जेंटीनाई टीम की सबसे बड़ी ताकत बने हैं. अर्जेंटीना टीम ने इस टूर्नामेंट में अब तक कुल 12 गोल दागे हैं. इसमें इन तीनों प्लेयर ने मिलकर 10 गोल किए. इसमें मेसी ने 5, अल्वारेज ने 4 और फर्नांडीज ने एक गोल किया है. मेसी ने तीन गोल असिस्ट भी किए हैं.
अर्जेंटीना की इस कमजोरी का फायदा उठा सकता है फ्रांस
इस वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना ने अपना पहला मैच सऊदी अरब के खिलाफ 1-2 से हारा था. इसके बाद टीम ने कोई हार नहीं झेली. मगर इस हार औऱ बाकी के मैचों से अर्जेंटीना की एक बड़ी कमजोरी सामने आई है. यदि विपक्षी टीम शुरुआत में ही गोल दाग दे, तो अर्जेंटीना पर बड़ा दबाव बन जाता है. खुद कप्तान मेसी भी इस दबाव में कमजोर नजर आते हैं.
इसका उदाहरण पोलैंड के खिलाफ ग्रुप स्टेज का तीसरा मैच था. इसमें मेसी पेनल्टी से गोल चूक जाते हैं, तो उसके बाद पूरे मैच में बैरंग ही नजर आते हैं. हालांकि वह मैच अर्जेंटीना ने जीता था. मगर फाइनल में फ्रांस इस कमजोरी का फायदा उठाना चाहेगी.
इस मामले में अर्जेंटीनाई टीम पड़ सकती है फ्रांस पर भारी
वैसे तो अर्जेंटीना और फ्रांस दोनों ही बराबर की टक्कर वाली टीमें हैं, मगर एक मामले में अर्जेंटीनाई टीम फ्रांस पर भारी पड़ती नजर आ रही है. वह है कि इस वर्ल्ड कप में अर्जेंटीना का डिफेंस फ्रांस के मुकाबले थोड़ा मजबूत नजर आता है. इसका उदाहरण है कि अर्जेंटीना ने अब तक इस टूर्नामेंट में 3 मैच ऐसे जीते हैं, जिसमें एक भी गोल नहीं खाया है. जबकि फ्रांस इस तरह के क्लीन शीट से एक ही मैच जीत सकी है. हालांकि टूर्नामेंट में दोनों ही टीमों ने बराबर 5-5 गोल खाए हैं.
अर्जेंटीना का ये छठा और फ्रांस का चौथा फाइनल
वर्ल्ड कप इतिहास में फ्रांस और अर्जेंटीना ने अब तक 2-2 बार खिताब जीता है. फ्रांस की टीम 1998 और 2018 में चैम्पियन बनी थी. जबकि अर्जेंटीना ने 1978 और 1986 खिताब जीता था. इसके अलावा अर्जेंटीना तीन बार (1930, 1990, 2014) उपविजेता भी रही है. जबकि फ्रांस 2006 में रनरअप रही थी. अर्जेंटीना का ये छठा और फ्रांस की टीम का चौथा फाइनल मुकाबला रहेगा.
अर्जेंटीना का स्क्वॉड
गोलकीपर: एमिलियानो मार्टिनेज, गेरोनिमो रुल्ली, फ्रेंको अरमानी.
डिफेंडर: नहुएल मोलिना, गोंजालो मोंटिएल, क्रिस्टियन रोमेरो, जर्मन पेज़ेला, निकोलस ओटामेंडी, लिसेंड्रो मार्टिनेज, मार्कोस एक्यूना, निकोलस टैगेलियाफिको, जुआन फोयथ.
मिडफील्डर: रोड्रिगो डी पॉल, लिएंड्रो परेडेस, एलेक्सिस मैकएलिस्टर, गुइडो रोड्रिग्ज, एलेजांद्रो गोमेज, एंजो फर्नांडीज, एक्सेक्विएल पलासियोस.
फॉरवर्ड: लियोनेल मेसी, एंजेल डि मारिया, लुटारो मार्टिनेज, जूलियन अल्वारेज, निकोलस गोंजालेज, जोकिन कोरिया, पाउलो डायबाला.
फ्रांस का स्क्वॉड
गोलकीपर: अलफोंसे एरिलो, ह्यूगो लॉरिस, स्टीव मनडाडा
डिफेंडर: लुकास हर्नांडेज, थियो हर्नांडेज, इब्राहिम कोनाते, जूल्स कोंदे, बेंजामिन पावर्ड, विलियम सालिबा, दायोत उपामेकानो, राफेल वराने
मिडफील्डर: एडुआर्डो कैमाविंगा, यूसुफ फोफाना, मेटियो गुंदौजी, एड्रियन रेबियट, ऑरेलियन टचौमेनी, जोर्डन वेरेटॉट
फॉरवर्ड: करीम बेंजेमा, किंग्स्ली कोमेन, उस्माने डेम्बले, ओलिविर जिरूड, एंटोनी ग्रीजमैन, कीलियन एम्बाप्पे, मार्कस थुरम, रैंडल कोलो मुआनी