
मौजूदा दौर में अगर आप क्रिकेट फैन हैं तो कभी ना कभी इस बहस में ज़रूर ही पड़े होंगे कि विराट कोहली बेहतर हैं या रोहित शर्मा. आंकड़े विराट कोहली की ओर झुकाव करते हैं, लेकिन रोहित शर्मा का एफर्टलैस खेल हर किसी को उनका दीवाना बना देता है. क्रिकेट का दायरा भारत में भले ही बड़ा हो, लेकिन दुनिया में छोटा है. दुनिया में फुटबॉल का सिक्का बुलंद है, ऐसे में यहां इससे भी बड़ी बहस चलती है.
सबसे महान कौन है, रोनाल्डो या मेसी?
फीफा वर्ल्ड कप 2022 में मंगलवार (13-14 दिसंबर की दरम्यानी रात) को पहला सेमीफाइनल मैच खेला गया, एक तरफ अर्जेंटीना थी और दूसरी ओर क्रोएशिया. पिछले दो वर्ल्ड कप में यही दोनों टीमें रनरअप रही हैं. दोनों टीमें बेहतरीन खिलाड़ियों से भरी हुई थीं, लीजेंड भी हैं. लेकिन अर्जेंटीना के पास कुछ अलग था, यहां लियोनेल मेसी थे.
किसी लेखक/कवि/शायर से पूछेंगे कि सबसे मुश्किल क्या होता है, तो जवाब आएगा सबसे आसान लिखना ही सबसे मुश्किल है. जो खुद लय में अपने आप आगे बढ़ती चली जाए और कहीं एफर्ट ही ना लगे, वह कविता ही दिल को छूती है. क्रोएशिया के खिलाफ सेमीफाइनल में लियोनेल मेसी ने एक ऐसी ही कविता लिख दी.
क्लिक करें: मेसी है तो मुमकिन है! सेमीफाइनल में किया कमाल
मैच का 68वां मिनट चल रहा था, राइट-सेंटर से लियोनेल मेसी दौड़े आए और बॉल को आगे ले गए. क्रोएशिया की ओर से सेंटर बैक से Gvardiol आए और मेसी का पीछा शुरू किया, Gvardiol को बेहतरीन डिफेंडर माना जाता है. लेकिन यहां जादूगर ने अपना कमाल दिखाया, यहां करीब 10 सेकेंड के लिए लियोनेल मेसी ने ड्रिबलिंग का पीक क्या होता है उसे साबित करके दिखा दिया.
Gvardiol देखते रहे और लियोनेल मेसी बॉल का रुख बदलते चले गए, हर किसी को घुमाया और बॉल सीधा Julian Alvarez की ओर डाल दी और उन्होंने कोई गलती नहीं की. बॉल सीधा क्रोएशिया के गोलपोस्ट में और अर्जेंटीना यहां 3-0 से बढ़त बनाकर अपनी जीत पक्की कर चुका था. अंत में यही हुआ और अर्जेंटीना यह मैच जीत गया. ये 10 से 15 सेकेंड की ड्रिबलिंग शायद आपको कभी-कभी देखने को मिलेगी, ये पूरा फिल्मी पल था. जहां आसपास सबकुछ थम गया है, हर कोई शांत है. विरोधी भी सिर्फ इस जादू को देख रहे हैं और इस पल को जी लेना चाहते हैं, क्योंकि एक जादूगर अपना जादू बिखेर रहा है.
सबसे बड़ी बहस का अंत हुआ?
लियोनेल मेसी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो को ना सिर्फ मौजूदा दौर बल्कि फुटबॉल इतिहास का सबसे बेहतरीन प्लेयर माना जाता है. फैन्स में अक्सर बहस होती है कि दोनों में बेहतर कौन है, हर किसी की अपनी च्वाइस है. रोनाल्डो-मेसी के रिकॉर्ड भी एक-दूसरे को टक्कर देते हैं, लेकिन कुछ मायने में झुकाव मेसी की ओर बढ़ जाता है.
क्लिक करें: भावुक फैन्स, मेसी-मेसी के नारे... होश उड़ा देगा अर्जेंटीना की जीत के जश्न का नजारा
लियोनेल मेसी ने इतने बड़े मैच में कमाल दिखाया, शांत मन से टीम को जिताया और फैन्स का दिल भी जीत लिया. सोशल मीडिया बीती रात हुए सेमीफाइनल के बाद भावुक पोस्ट से भरपूर था, जहां फैन्स ने कहा कि अब किसी के मन में कोई शक नहीं रहना चाहिए, क्योंकि रोनाल्डो नहीं बल्कि मेसी ही GOAT (Greatest Of All Time) हैं.
एक बहस और भी...
फुटबॉल का महासमर, पहले कदम पर मिली हार... लेकिन हार नहीं मानने का जज्बा और सपना पूरा करने का जुनून. वह सपना जो लियोनेल मेसी पिछले दो दशक से देख रहे हैं और अब करियर के आखिरी पड़ाव पर उसे पूरा करने के लिए बस एक आखिरी तिलिस्म तोड़ना है. मात्र 11 साल की उम्र में ग्रोथ हार्मोन की कमी (जीएचडी) जैसी बीमारी से जूझने से लेकर दुनिया के महानतम फुटबॉलरों में शामिल होने तक मेसी का सफर जुनून, जुझारूपन और जिजीविषा की अनूठी कहानी है और रविवार को फाइनल में अगर वह टीम को खिताब दिला पाते हैं तो फुटबॉल के इतिहास की जीवित किवदंती बन जाएंगे.
रविवार को फ्रांस या मोरक्को को हराकर अर्जेंटीना अगर विश्व कप जीत लेता है तो मेसी का नाम पेले और डिएगो माराडोना जैसे महानतम खिलाड़ियों की सूची में दर्ज हो जाएगा. इस बहस पर भी विराम लग जाएगा कि माराडोना और मेसी में से कौन महानतम है. देश के लिए खिताब नहीं जीत पाने के मेसी के हर घाव पर भी मरहम लग जाएगा.
सात बार बलोन डिओर, रिकॉर्ड छह बार यूरोपीय गोल्डन शूज, बार्सिलोना के साथ रिकॉर्ड 35 खिताब, ला लिगा में 474 गोल , एक क्लब (बार्सिलोना) के लिए सर्वाधिक 672 गोल कर चुके मेसी को विश्व कप नहीं जीत पाने की टीस हमेशा से रही है. उन्हें पता है कि यह उनके पास आखिरी मौका है और इसे यादगार बनाने में वह कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते.