
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL)-14 के दूसरे हिस्से की शुरुआत 19-20 सितंबर से हो सकती है. टूर्नामेंट के बचे हुए 31 मैच UAE में कराए जाने की संभावना है. दुनिया की सबसे मशहूर टी20 लीग के 14वें संस्करण का फाइनल मुकाबला 10 अक्टूबर को खेला जा सकता है. बीसीसीआई इन तारीखों पर जल्द मुहर लगा सकती है. हालांकि उसके सामने कई चुनौतियां हैं.
बोर्ड के सामने सबसे बड़ी चुनौती विदेशी खिलाड़ी को लेकर है. अगर इस विंडो में आईपीएल का आयोजन होता है तो उस दौरान कई खिलाड़ी अपने-अपने देश की ओर से खेल रहे होंगे. वो चाहे इंग्लैंड, न्यूजीलैंड या अफगानिस्तान के खिलाड़ी हों. यही नहीं, वेस्टइंडीज के खिलाड़ी कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) में जलवा बिखेर रहे होंगे. ऐसे में आईपीएल-14 के दूसरे हिस्से के शुरुआती 10 दिनों में इन देशों के खिलाड़ियों का जुड़ना मुश्किल होगा.
बीसीसीआई की आईपीएल-14 के दूसरे हिस्से को शुरू करने की योजना भारतीय टीम के इंग्लैंड दौरे के खत्म होने के ठीक बाद की है. कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया का ये दौरा 15 सितंबर को खत्म होगा. ऐसे में भारतीय खिलाड़ी इंग्लैंड से सीधे UAE पहुंचेंगे और वहीं पर आईपीएल के बायो बबल से जुड़ेंगे.
वहीं, न्यूजीलैंड के खिलाड़ियों का आईपीएल-14 में खेलना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि जिस वक्त आईपीएल हो रहा होगा उस दौरान न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच सीरीज होगी. ऐसे में केन विलियमसन, ट्रेट बोल्ट जैसे दिग्गजों का इस लीग में खेलना मुश्किल हो जाएगा.
इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई टीम श्रीलंका की मेजबानी कर रही होगी. बीसीसीआई के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द कैरेबियन प्रीमियर लीग है. क्रिकेट वेस्टइंडीज के मुताबिक, लीग की शुरुआत 28 अगस्त को होगी और 19 सितंबर को समापन होगा. वेस्टइंडीज के खिलाड़ी अगर कैरेबियन प्रीमियर लीग खत्म होने के बाद आईपीएल से जुड़ते भी हैं, तो उन्हें क्वारनटीन रहना पड़ेगा.
आईपीएल-14 के इस विंडो में इंग्लैंड बांग्लादेश के दौरे पर रहेगी. वह यहां पर सीमित ओवरों की सीरीज खेलेगी और इसके बाद वह पाकिस्तान में सीरीज खेलेगी. ऐसे में मोईन अली, बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर, जोस बटलर, इयोन मॉर्गन जैसे खिलाड़ी आईपीएल से दूर रह सकते हैं.