
कोरोना के बीच भारत में कराए जा रहे इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 सीजन थोड़ा अलग होने वाला है. बीसीसीआई ने कोरोना संक्रमण से निपटने और टूर्नामेंट को सफल बनाने के कई प्लान बना रखे हैं. सीजन का आगाज 26 मार्च से होना है. फाइनल 29 मई को होगा.
ओपनिंग मैच डिफेंडिंग चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बीच खेला जाएगा. पिछले साल कोरोना संक्रमण के कुछ मामले सामने आने के बाद 4 मई 2021 को आईपीएल बीच में ही सस्पेंड कर दिया था. इसका दूसरा हाफ UAE में कराया गया था. इस बार ऐसे ही मामले सामने आए तो क्या प्लान रहेगा. आइए जानते हैं.
टूर्नामेंट का फॉर्मेट कैसा रहेगा
इस बार कुल 10 टीमों को दो ग्रुप में बांटा गया है. सभी टीमें एक-दूसरे के खिलाफ 14-14 मैच खेलेंगी. इस तरह ग्रुप स्टेज में कुल 70 मैच होंगे. इसके बाद फाइनल समेत 4 प्लेऑफ मुकाबले खेले जाएंगे. ग्रुप स्टेज के सभी मैच मुंबई के वानखेड़े, ब्रेबॉर्न और डीवाई पाटिल स्टेडियम के अलावा पुणे के एमसीए स्टेडियम में खेलने हैं.
ग्रुप-ए: मुंबई इंडियंस (MI), कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR), राजस्थान रॉयल्स (RR), दिल्ली कैपिटल्स (DC) और लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG)
ग्रुप-बी: चेन्नई सुपर किंग्स (CSK), सनराइजर्स हैदराबाद (SRH), रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB), पंजाब किंग्स (PBKS) और गुजरात टाइटंस (GT)
इस तरह सभी टीमों को खेलने होंगे मैच
अपने ग्रुप में सभी टीमों को एक-दूसरे से दो-दो मुकाबले खेलने हैं, जिसमें एक घरेलू मैच होगा और एक अवे गेम होगा. साथ ही, एक ग्रुप की टीम को दूसरे ग्रुप की एक टीम से दो और बाकी टीमों से 1-1 मैच खेलना होगा. दरअसल, दोनों ग्रुप में एक ही स्थान पर मौजूद दो टीमों के बीच दो मैच होंगे. यही टीमें दूसरे ग्रुप की बाकी टीमों से 1-1 मैच खेलेंगी.
उदाहरण के तौर पर ग्रुप-ए में टॉप पर मौजूद मुंबई इंडियंस को अपने ग्रुप की टीम केकेआर, आरआर, डीसी, और एलएसजी से दो-दो मैच खेलने होंगे. साथ ही दूसरे ग्रुप में टॉप पर काबिज चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ भी दो मैच खेलना होगा, बाकी टीमों के खिलाफ एक-एक मैच खेलना होगा. एक ग्रुप में दूसरे नंबर पर मौजूद टीम को दूसरे ग्रुप की दूसरे नंबर की टीम से दो मैच खेलने होंगे, बाकी टीमों से 1-1 मैच होगा.
कोई एक खिलाड़ी या स्टाफ संक्रमित हुआ तब?
यदि कोई एक खिलाड़ी या स्टाफ संक्रमित हुआ तब, उस स्थिति में उस पॉजिटिव व्यक्ति को 7 दिन के लिए आइसोलेशन में भेजा जाएगा. इसी दौरान छठे और 7वें दिन RT-PCR टेस्ट होगा. दोनों टेस्ट में निगेटिव आने पर ही टीम के साथ बायो-बबल में एंट्री दी जाएगी. एंट्री से पहले यह भी देखा जाएगा कि पिछले 24 घंटे में उसे कोई लक्षण तो नहीं हैं या उसने कोई मेडिसिन तो नहीं ली.
यदि कोरोना के कई मामले सामने आए तब?
किसी एक मैच के लिए प्लेइंग इलेवन में कम से कम 7 भारतीय और ज्यादा से ज्यादा 4 विदेशी खिलाड़ी खिलाने होते हैं. एक सब्स्टीट्यूट (भारतीय) भी होता है. इस तरह 12 प्लेयर्स की टीम मैच के लिए तैयार करते हैं. यदि कोरोना संक्रमण के कारण किसी टीम का यह बैलेंस गड़बड़ाता है, तो उस स्थिति में मैच को रिशेड्यूल किया जाएगा.
यदि किसी कारण से यह संभव नहीं होता है, तो यह पूरा मामला आईपीएल की टेक्निकल कमेटी को भेजा जाएगा. तब कमेटी का फैसला ही मान्य रहेगा. इससे पहले किसी मैच को रिशेड्यूल करने की प्रोसेस नहीं थी. तब यदि कोई टीम प्लेइंग-11 उतारने में सक्षम नहीं होती थी, तो विपक्षी टीम को पॉइंट्स दिए जाते थे.
इस बार IPL में और क्या नया होगा?
इस बार टूर्नामेंट में हर एक टीम को दोनों पारियों में 2-2 रिव्यू दिए जाएंगे, जो पहले एक-एक ही थे. वहीं, दूसरा बदलाव कैच आउट होने को लेकर हुआ है. इस बार आईसीसी का नया नियम लागू किया जाएगा. यदि कोई खिलाड़ी कैच आउट होता है, तो नया बल्लेबाज स्ट्राइक पर ही आएगा (यदि ओवर खत्म ना हुआ हो तब). गेंदबाज की अगली बॉल नया बल्लेबाज ही खेलेगा.
इस बार फैन्स को स्टेडियम में एंट्री मिलेगी?
इस मामले में फैन्स के लिए खुशखबरी है. कोरोना के बीच महाराष्ट्र सरकार ने स्टेडियम में 25% फैन्स को एंट्री देने की मंजूरी दी है. हालांकि इसके लिए फैन्स को वैक्सीन के दोनों डोज लगे होने चाहिए. पिछले दो सीजन (भारत) में कोरोना के चलते फैन्स को एंट्री नहीं मिली थी.
बायो-बबल में कुछ बदलाव हुए हैं क्या?
इस बार बीसीसीआई ने आईपीएल के बायो-बबल में एक बड़ा बदलाव किया है. खिलाड़ियों को इस बार 3 दिन सख्त क्वारंटीन में रहना होगा. उन्हें होटल रूम से निकलने की अनुमति नहीं होगी. हर 24 घंटे में टेस्ट भी होगा. पिछले सीजन तक खिलाड़ियों को 7 दिन रहना पड़ता था. यदि कोई प्लेयर किसी सीरीज में खेलकर एक बायो-बबल से आईपीएल के बायो-बबल में आता है, तो उसे यह नियम फॉलो नहीं करना पड़ेगा.