
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2022 सीजन सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) टीम के लिए बेहद खराब रहा है. केन विलियमसन की कप्तानी में हैदराबाद टीम ने इस सीजन में लगातार दो हार के साथ शुरुआत की थी. इसके बाद टीम ने लगातार 5 मैच जीते और पॉइंट्स टेबल के टॉप-3 में तक जगह बना ली थी.
फिर ना जाने किसकी नजर लगी और लगातार 5 जीत के बाद हैदराबाद टीम की हार का सिलसिला फिर शुरू होगा, जो टीम के बाहर होने के बाद ही रुका. सनराइजर्स टीम ने इस सीजन में 14 मैच खेले, जिसमें शुरुआती 7 में से 5 जीते. जबकि आखिरी 7 में से हैदराबाद टीम सिर्फ एक ही मुकाबला जीत सकी.
बैटिंग अनकैप्ड प्लेयर्स के भरोसे रही
हैदराबाद टीम ने आईपीएल 2022 का आगाज हार और अंत भी हार के साथ ही किया. इस सीजन में हैदराबाद टीम की बैटिंग अनकैप्ड प्लेयर्स के भरोसे ही रही. टीम के लिए अभिषेक शर्मा और राहुल त्रिपाठी ने सबसे ज्यादा रन बनाए, जो अनकैप्ड हैं. दोनों ने सीजन में पूरे 14-14 मैच खेले, जिसमें अभिषेक ने सबसे ज्यादा 426 और राहुल ने 413 रन बनाए. इनके अलावा कोई भी हैदराबाद के प्लेयर 400 का आंकड़ा नहीं छू सका. इनके बाद एडेन मार्करम ने 381 और निकोलस पूरन ने 306 रन बनाए.
बॉलिंग में भी अनकैप्ड उमरान छाए रहे
हैदराबाद टीम की बॉलिंग लाइनअप में भी अनकैप्ड प्लेयर उमरान मलिक छाए रहे. उन्होंने अपनी रफ्तार 150 से ज्यादा की बनाए रखी और बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया. हालांकि कुछ मैचों में उनकी पिटाई जरूर हुई, लेकिन उन्होंने टीम के लिए सबसे ज्यादा 22 विकेट निकाले. उन्होंने एक-एक बार 4 और 5 विकेट भी झटके. दूसरे नंबर पर टी नटराजन रहे, जिन्होंने 11 मैचों में 18 विकेट लिए. पूरे सीजन में अनुभवी तेज गेंदबाज विकेट के लिए तरसते दिखे. उन्होंने सिर्फ 12 विकेट लिए. इन तीनों के अलावा कोई भी गेंदबाज 10 विकेट नहीं ले सका.
वॉर्नर की जगह विलियमसन पर भरोसा पड़ा भारी
ऑस्ट्रेलियाई ओपनर डेविड वॉर्नर ने अपनी कप्तानी में सनराइजर्स को 2016 में खिताब जिताया था. पर पिछले सीजन में खराब फॉर्म के चलते वॉर्नर को कप्तानी से हटा दिया था. इसके बाद कुछ विवाद हुए और फिर वॉर्नर ने खुद ही टीम को छोड़ दिया था. ऐसे में इस साल विलियमसन को रिटेन कर कप्तान बनाया गया. विलियमसन का बल्ला इस सीजन में खामोश रहा और जो भी अच्छी पारी खेली, वह काफी धीमी रही. विलियमसन ने इस सीजन में 13 मैच में 19.63 की खराब औसत से सिर्फ 216 रन ही बनाए. वह सिर्फ एक ही फिफ्टी लगा सके.
रिटेन हुए अब्दुल समद पर नहीं जताया भरोसा
सनराइजर्स टीम ने इस सीजन के लिए ऑलराउंडर अब्दुल समद को 4 करोड़ रुपए में रिटेन किया था, लेकिन उन पर भरोसा नहीं दिखाया. हैदराबाद मैनेजमेंट ने समद को सिर्फ दो मैच ही खिलाए, जिसमें इस कश्मीरी प्लेयर ने सिर्फ 4 रन बनाए. उन्हें कोई विकेट भी नहीं मिला. सनराइजर्स ने समद के अलावा उमरान और कप्तान विलियमसन को रिटेन किया था.
गेम चेंजर रोमारियो को भी अंदर-बाहर करते रहे
वेस्टइंडीज के फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर रोमारियो शेफर्ड सनराइजर्स हैदराबाद के लिए गेम चेंजर साबित हो सकते थे, लेकिन टीम में वह सिर्फ अंदर-बाहर होते रहे और तीन ही मैच खेल सके. रोमारियो ने शुरुआती दो मैच खेले, जिसमें 24 और 8 रन बनाए. साथ ही दो मैच में तीन विकेट भी झटके. यहां से हैदराबाद टीम ने उन्हें बाहर कर दिया. हालांकि यह दोनों मैच टीम हारी थी और इसके बाद ही उन्होंने लगातार 5 मैच जीते थे. इसके बाद रोमारियो को सीजन के आखिरी मैच में जगह दी. यदि रोमारियो पर भरोसा जताया जाता, तो वह अपने हिटिंग गेम से गेमचेंजर हो सकते थे.
सनराइजर्स हैदराबाद स्क्वॉड:
रिटेंशन लिस्ट- केन विलियमसन (14 करोड़), अब्दुल समद (4 करोड़), उमरान मलिक (4 करोड़).
बल्लेबाज/विकेटकीपर- निकोलस पूरन (10.75 करोड़), प्रियम गर्ग (20 लाख), राहुल त्रिपाठी (8.5 करोड़), एडन मार्करम (2.6 करोड़), आर समर्थ (20 लाख), विष्णु विनोद (50 लाख), ग्लेन फिलिप्स (1.50 करोड़).
ऑलराउंडर- वॉशिंगटन सुंदर (8.75 करोड़), अभिषेक शर्मा (6.5 करोड़), मार्को जेन्सन (4.20 करोड़), रोमारियो शेफर्ड (7.75 करोड़), सीन एबॉट (2.40 करोड़), शशांक सिंह (20 लाख), सौरभ दुबे (20 लाख).
गेंदबाज- टी. नटराजन (4 करोड़), भुवनेश्वर कुमार (4.2 करोड़), कार्तिक त्यागी (4 करोड़), श्रेयस गोपाल (0.75 करोड़), जे सुचित (20 लाख), फजलहक फारूकी (50 लाख).