रूसी ओलंपिक कमिटी (ROC) की एथलीट कामिला वालिएवा बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक की फिगर स्केटिंग के एकल प्रतियोगिता में चौथे स्थान पर रहीं. वालिएवा डोप टेस्ट में फेल हो गई थीं, लेकिन खेल पंचाट ने उन्हें टूर्नामेंट में भाग लेने की अनुमति दे दी थी. इस एथलीट के लिए ओलंपिक खत्म हो चुका है, लेकिन कहानी अभी खत्म नहीं हुई है.
15 वर्षीय वालिएवा ने दिसंबर में ट्राइमेटाजिडिन के लिए सकारात्मक परीक्षण किया था. ट्राइमेटाजिडिन आईओसी के प्रतिबंधित दवाओं की सूची में है क्योंकि यह रक्त प्रवाह दक्षता को बढ़ाने के अलावा धैर्य धारण करने में मदद करती है. पंचाट ने भले ही सोमवार को वालिएवा को भाग लेने की अनुमति दे दी थी, लेकिन आने वाले समय में इस एथलीट पर कार्रवाई हो सकती है.
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने कहा था कि अगर वलीवा शीर्ष तीन में रहती है तो महिला व्यक्तिगत स्पर्धा के लिए कोई पदक समारोह नहीं होगा. अब चौथे स्थान पर रहने के बाद उस नियम का कोई मतलब नहीं रहा, लेकिन टीम स्पर्धा के लिए अभी भी पदकों की बात है, जिसमें इस किशोरी ने ROC को स्वर्ण पदक दिलाया था.
यह स्पष्ट नहीं है कि अगर वह दोषी पाई जाती है तो पूरी रूसी टीम को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा या नहीं. अंतरराष्ट्रीय स्केटिंग संघ (ISC) के नियम केवल सामूहिक रूप से एक टीम को अयोग्य घोषित करते हैं, जब प्रतियोगिता में डोपिंग परीक्षण विफल हो जाता है. यहां यह मामला नहीं बनता है.
रूसी डोपिंग रोधी एजेंसी (RUSADA) ने शुरू में डोप टेस्ट में विफल रहने के बाद वलीवा को निलंबित कर दिया था, लेकिन एक दिन बाद प्रतिबंध हटा लिया. एजेंसी ने किस आधार पर इस प्रतिबंध को हटाया, इसे उन्होंने स्पष्ट नहीं किया. वालिएवा को अपने 'बी- सैंपल' के फिर से विश्लेषण के लिए अनुरोध करने का अधिकार है. गौरतलब है कि जब एथलीट के डोपिंग टेस्ट लिए जाते हैं तो उनके नमूने दो पार्ट में विभाजित हो जाते हैं.
वालिएवा को वाडा नियमों के तहत 'संरक्षित व्यक्ति' (Protected Person) माना जाएगा क्योंकि उनकी उम्र 16 वर्ष से कम है. अगर वह इतनी हाई-प्रोफाइल एथलीट नहीं होती जो डोपिंग टेस्ट के परिणाम आने से पहले ही कई पदक जीत चुकी थी, तो उनका मामला कभी भी रिपोर्ट नहीं होता.
उनकी कम उम्र एवं ताज परिस्थितियो को देखते हुए वालिएवा पर हल्का प्रतिबंध लगाया जा सकता है. ऐसे में चार साल के प्रतिबंध के बजाय वालिएवा को चेतावनी देकर छोड़ा जा सकत है या दो साल के लिए प्रतिबंधित किया जा सकता है. आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक ने कहा कि उनका मामला अद्वितीय था क्योंकि संरक्षित व्यक्तियों से संबंधित नियम केवल 2021 की शुरुआत में ही लागू हुए थे.
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