पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम के खेलप्रेमियों के लिए अच्छी खबर है. राजधानी आइजोल के पास एक मोटर रेसिंग ट्रैक का निर्माण होने जा रहा है. मिजोरम के खेल मंत्री रोमाविया रॉयटे ने इस बात की पुष्टि की है.
खेल मंत्री रॉबर्ट रोमाविया रॉयटे ने कहा, 'मिजोरम को जल्द ही एक मोटर रेसिंग ट्रैक मिलेगा, जो पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में अपनी तरह का पहला होगा.' उन्होंने कहा कि मिजोरम स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल (MSSC) और राज्य के स्वामित्व वाली आरईसी लिमिटेड ने आइजोल के पास मोटर रेसिंग ट्रैक और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के निर्माण के लिए एक समझौता किया है.
खेल मंत्री के मुताबिक आइजोल से लगभग 31 किलोमीटर उत्तर में स्थित लेंगपुई में इसे विकसित किया जाएगा, जहां हवाईअड्डा स्थित है. रॉयटे ने बताया कि इस परियोजना को 10 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा.
रॉयटे ने कहा कि रेसिंग ट्रैक पूर्वोत्तर और यहां तक कि पूर्वी भारत में अपनी तरह का पहला ट्रैक होगा. साथ ही उन्होंने बताया कि एमएसएससी यह सुनिश्चित करने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास करेगा कि परियोजना समय पर पूरी हो जाए.
फार्मूला वन और मोटर रेसिंग जैसे खेल दुनिया में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले खेलों में से एक है. पूरी दुनिया में करोड़ों दर्शक इन खेलों का आनंद लेते हैं. भारत में पहली बार 1993 में लोगों ने विदेशी चैनलों के ज़रिए फॉर्मूला वन का प्रसारण देखा था.
भारत में मोटर रेसिंग की शुरुआत 107 वर्ष पहले हुई थी. देश में पहली मोटर रेस 1904 में शुरू हुई थी. यह रेस मोटर यूनियन ऑफ वेस्टर्न इंडिया की ओर से कराई गई थी. रेस दिल्ली से शुरू हुई और मुंबई में खत्म हुई.
वहीं भारत में फॉर्मूला वन का पहली बार आयोजन अक्टूबर 2011 में हुआ था. तब सेबेस्टियन वेट्टल ने जेंसन बटन और फर्नांडो अलोंसो को पछाड़ते हुए शीर्ष स्थान पर कब्जा जमाया. वेट्टल ने एक घंटा 30 मिनट 35.002 सेकंड का समय निकालकर वह रेस जीती थी.
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