स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरच चोपड़ा ने पिछले साल ही टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा था. अब भारत सरकार ने उन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित करने की घोषणा की है. राष्ट्रपति 73वें गणतंत्र दिवस के मौके पर नीरज चोपड़ा को सम्मानित करेंगे.
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में नियम के मुताबिक, 800 ग्राम का भाला इस्तेमाल किया था. टोक्यो गेम्स में नीरज ने अपने इस भाले को सबसे ज्यादा 87.58 मीटर की दूरी पर फेंका था. इसके साथ ही उन्होंने गोल्ड पर भी कब्जा जमा लिया था.
भारतीय जेवलिन थ्रोअर नीरज ने अपने पहले थ्रो में 87.03 मीटर दूर भाला फेंका था. जबकि उन्होंने दूसरी कोशिश में थोड़ी और ताकत लगाते हुए भाले को 87.58 मीटर की दूरी तक पहुंचाया. फिर तीसरी कोशिश में नीरज ने 76.79 मीटर दूर भाला फेंका.
नीरज के साथ फाइनल में गोल्ड के लिए पाकिस्तान के अरशद नदीम और जर्मनी के योहानस वेट्टर (Johannes Vetter) भी खेल रहे थे. दोनों से नीरज को कड़ी टक्कर भी मिली थी.
टोक्यो गेम्स नीरज का पहला ओलंपिक था. इससे पहले रियो ओलिंपिक 2016 के लिए वे क्वालिफाई नहीं कर सके थे. यदि पर्सनल बेस्ट थ्रो की बात करें, तो नीरज का बेस्ट थ्रो 88.07 मीटर है. उनका टारगेट 90 मीटर दूर भाला फेंकना है.
नीरज चोपड़ा किसी भी ओलंपिक में व्यक्तिगत गोल्ड जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं. उनसे पहले शूटिंग में अभिनव बिंद्रा ने भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता था. नीरज ने यह उपलब्धि 2008 बीजिंग ओलिंपिक में हासिल की थी.
फिलहाल, नीरज चोपड़ा ने अमेरिका में ट्रेनिंग शुरू कर दी है. वे अब वर्ल्ड चैम्पियनशिप, डायमंड लीग में भाग लेंगे. इसके अलावा नीरज 2022 के राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में अपने खिताब की रक्षा करने की कोशिश करेंगे.
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