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ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन: पीवी सिंधु सेमीफाइनल में, थाईलैंड की चोचुवोंग से होगा मुकाबला

पीवी सिंधु ने प्रतिष्ठित ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बना ली है. क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सिंधु ने अकाने यामागुची को शिकस्त दी. सेमीफाइनल में उनकी भिड़ंत थाईलैंड की पोर्नपावी चोचुवोंग से होगी.

P V Sindhu (Getty) P V Sindhu (Getty)
aajtak.in
  • बर्मिंघम,
  • 20 मार्च 2021,
  • अपडेटेड 12:26 PM IST
  • सेमीफाइनल में पहुंचीं भारत की स्टार शटलर सिंधु
  • क्वार्टर फाइनल में अकाने यामागुची को दी शिकस्त
  • सेमीफाइनल में पोर्नपावी चोचुवोंग से होगी भिड़ंत

ऑल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु का शानदार सफर जारी है. वर्ल्ड नंबर-7 सिंधु ने वुमंस सिंगल्स के सेमीफाइनल में जगह बना ली है. उन्होंने क्वार्टर फाइनल में जापान की वर्ल्ड नंबर-5 अकाने यामागुची को कड़े संघर्ष में 16-21, 21-16, 21-19 शिकस्त दी. यह मुकाबला 76 मिनट तक चला.  

अब सेमीफाइनल में पीवी सिंधु का मुकाबला थाईलैंड की वर्ल्ड नंबर-11 पोर्नपावी चोचुवोंग से होगा. 25 साल की सिंधु अपने करियर में दूसरी बार इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंची हैं. इससे पहले वह 2018 में अंतिम चार में पहुंची थीं. तब सेमीफाइनल में सिंधु को यामागुची से हार झेलनी पड़ी थी. इस बार सिंधु ने यामागुची के खिलाफ तीन साल पहले मिली उस हार का बदला ले लिया है. 

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इससे पहले यामागुची के खिलाफ सिंधु का करियर रिकॉर्ड 10-7 का था, लेकिन पिछले तीन मुकाबलों में उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा था. सिंधु ने कहा, ‘मैं लंबे समय बाद उनके खिलाफ खेल रही थी. शायद आखिरी बार 2019 में खेली थी. उन्होंने भी काफी अभ्यास किया था और यह अच्छा मैच था.’

सितारों की गैरमौजूदगी में सिंधु की नजरें खिताब पर 

तीन बार की वर्ल्ड चैम्पियन कैरोलिना मारिन चोट के चलते इस टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले रही हैं. इसके अलावा चीन, कोरिया और चीनी ताइपे के खिलाड़ी भी इस सुपर 1000 टूर्नामेंट में नहीं खेल रही हैं. ऐसे में सिंधु के पास इस प्रतिष्ठित चैम्पियनशिप को अपने नाम करने का सुनहरा मौका है. दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी साइना नेहवाल 2015 में फाइनल तक पहुंची थीं. 

प्रकाश पादुकोण और पुलेला गोपीचंद जीत चुके हैं खिताब

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भारत के लिए प्रकाश पादुकोण (1980) और पुलेला गोपीचंद (2001) के अलावा यहां कोई खिताब नहीं जीत सका है. दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी साइना नेहवाल 2015 में उपविजेता रही थीं. 

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