
वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसियों के दबाव के बाद अब भारत ने भी डोपिंग के खिलाफ सख्त कानून बनाने की ओर मजबूत कदम बढ़ा दिया है. खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार (18 दिसंबर) को ही लोकसभा में नेशनल एंटी डोपिंग बिल पेश किया है.
उन्होंने लखीमपुर हिंसा पर चल रहे हंगामे के बीच यह बिल पेश किया. इस बिल को पिछले हफ्ते ही कैबिनेट से मंजूरी मिल चुकी है.
अब इस बिल पर संसद में अगले हफ्ते बहस हो सकती है. बहस के बाद इस पर मुहर लग सकती है. यदि यह कानून बनता है, तो नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (NADA) की ताकत बढ़ जाएंगी.
NDTL जैसी और भी लैब बनाई जा सकेंगी
बिल पास होने और कानून बनने के बाद नाडा को मामले की जांच करने और कार्यवाही करने का अधिकार मिल जाएगा. बिल में सैंपल इकट्ठा करने और जानकारी शेयर करने को लेकर भी नियम बनाए गए हैं.
वहीं नेशनल डोप टेस्टिंग लेबोरिटी (NDTL) जैसी और भी लैब बनाने की बात कही गई. एनडीटीएल पर फिलहाल वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA) ने बैन लगाया हुआ है.
दो साल पहले बिल की सिफारिशें तैयार की थीं
बता दें कि दो साल पहले ही रिटायर जज मुकुल मुद्गल की अगुवाई वाली 15 सदस्यीय कमेटी ने इसी बिल की सिफारिश तैयार की थी. तब इस बिल में एक से चार साल की सजा के अलावा 10 लाख रुपए तक के जुर्माने का भी सख्त प्रावधान रखा गया था.
इसमें पुलिस, सीबीआई जांच तक के प्रावधान रखे गए थे. इस पर WADA ने आपत्ति जताई थी. अब इस बिल में संशोधन कर इन प्रावधानों को हटा दिया गया.