
इंग्लिश प्रीमियर लीग में रविवार को चेल्सी और टॉटनहम हॉटस्पर के बीच खेला गया मुकाबला 2-2 से बराबरी पर छूटा. चेल्सी ने अपने विरोधी टीम के खिलाफ मुकाबले में जीत की दहलीज पर थी लेकिन इंजरी टाइम में हैरी केन के गोल से मुकाबला बराबरी पर छूट गया. अपने होम ग्राउंड स्टैमफर्ड ब्रिज में मुकाबला ड्रॉ होने से चेल्सी फैन्स काफी नाराज थे,
मुकाबले के दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने जहां बेहतरीन खेल दिखाया, वहीं दोनों टीमों के मैनेजर भी मैच के दौरान अपना आपा खो बैठे और काफी जबरदस्त हंगामा देखने को मिला. अगर बीच-बचाव नहीं किया जाता को एंटोनियो कोंटे और थॉमस ट्यूशेल के बीच हाथापाई की भी नौबत आ जाती.
चेल्सी ने मैच में अपने विरोधियों को ज्यादा स्पेस नहीं दी और उन्होंने काफी समय तक 70 प्रतिशत पॉजिशन बनाए रखा. के. कौलीबली ने 19वें मिनट में गोल कर चेल्सी को 1-0 की बढ़त दिला दी जो हाफटाइम तक कायम रहा. इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन के पास टॉटनहम को बराबरी करने का सुनहरा मौका था, लेकिन वह गेंद को वाइड मार बैठे. इस दौरान चेल्सी के खिलाड़ी रहीम स्टर्लिंग भी नेट ढूढ़ने में नाकाम रहे.
रेफरी के फाउल नहीं देने से शुरू हुआ विवाद
पूरा विवाद खेल के 68वें मिनट में शुरू हुआ. पियरे-एमिल होजबर्ज द्वारा एक टैकल के बाद जुर्गन क्लॉप खुश नहीं थे, जो नंगी आंखों से फाउल दिख रहा था. फाउल नहीं देने का खामियाजा चेल्सी को भुगतनना पड़ा और टॉटनहम ने 1-1 की बराबरी कर ली. रेफरी के फैसले से चेल्सी के मैनेजर थॉमस ट्यूशेल काफी गुस्से में थे, वहीं टॉटनहम के मैनेजर एंटोनियो कोंटे जश्न मना रहे थे. ऐसे में दोनों के बीच जमकर जुबानी जंग चली.
मैच के बाद हाथ-मिलाने की है परंपरा
उधर टॉटनहम की खुशी अल्पकालिक थी क्योंकि रीस जेम्स ने 77वें मिनट में चेल्सी को बढ़त दिला दी. इसके बाद मैच चेल्सी के कब्जे में दिख रहा था लेकिन केन ने 96वें मिनट में शानदार गोल करके 2-2 से बराबरी कर दी. फुटबॉल में फुलटाइम की सीटी बजने के बाद यह परंपरा रही है मुकबला खेलने उतरी दोनों टीमों के मैनेजर हाथ मिलाते हैं ऐसे में ट्यूशेल और कोंटे को भी यह रस्म अदायगी करनी थी.
चेल्सी के मैनेजर ट्यूशेल ने टॉटनहम के मैनेजर एंटोनियो कोंटे से हाथ मिलाने के बजाय उनका हाथ पकड़ लिया जिसके चलते मार-पीट की नौबत आ गई. दोनों में जमकर जुबानी जंग चलने लगी और गनीमत यह रही कि दोनों के बीच मारपीट नहीं हुई. दोनों कोच को शांत कराने के लिए खिलाड़ियों और मैच अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ा. किसी तरह दोनों को अलग कराया गया. बाद में इस हरकत के लिए ट्यूशेल और कोंटे को भी मैच रेफरी ने रेड कार्ड दिखाया.