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Commonwealth Games 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के आयोजकों का बड़ा फैसला... 5 अलग-अलग गांवों में रहेंगे भारतीय खिलाड़ी

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के लिए भारत भारत 16 स्पर्धाओं के लिए 215 खिलाड़ियों का दल भेज रहा है. भारतीय महिला क्रिकेट टीम भी इन खेलों में भाग लेती दिखाई देगी.

Team India (@SLC) Team India (@SLC)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 15 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 9:24 PM IST
  • 28 जुलाई से शुरू हो रहा कॉमनवेल्थ गेम्स
  • भारत को 215 खिलाड़ी लेने जा रहे भाग

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भाग लेने वाले भारतीय खिलाड़ी और अधिकारी पांच अलग-अलग गांवों में रहेंगे. भारत 28 जुलाई से शुरू होने वाले खेलों में 16 स्पर्धाओं के लिए 215 सदस्यीय खिलाड़ियों का दल भेज रहा है. टीम के अधिकारियों को जोड़ दिया जाए तो यह संख्या 325 तक पहुंच जाती है. कॉमनवेल्थ गेम्स आमतौर पर सभी खिलाड़ी एक साथ ‘खेल गांव’ में रहते है लेकिन बर्मिंघम 2022 के आयोजकों ने खिलाड़ियों और सहयोगी सदस्यों के लिए पांच अलग-अलग जगह इंतजाम किए हैं.

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इस आयोजन में 5000 से ज्यादा खिलाड़ी भाग लेंगे. भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने संबंधित राष्ट्रीय खेल महासंघों को भेजे एक आधिकारिक संचार में ठहरने की व्यवस्था और इंग्लैंड में उनके आगमन से 72 घंटे पहले कोविड-19 के लिए आरटी-पीसीआर जांच की जरूरत के बारे में सूचित किया है.

यहां ठहरेगी वूमेन्स क्रिकेट टीम

तैराकी, एथलेटिक्स, जिम्नास्टिक, स्क्वॉश, हॉकी में भाग लेने वाले खिलाड़ी कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज बर्मिंघम (CGB)’ में रहेंगे. जबकि बैडमिंटन, मुक्केबाजी, टेबल टेनिस, भारोत्तोलन और ट्रायथलॉन में भाग लेने वाले खिलाड़ी ‘कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज एनईसी (सीजीएन)’ में रहेंगे. कुश्ती, जूडो और लॉन बॉल में भाग लेने वाले खिलाड़ी ‘कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज वारविक (CGW)', जबकि महिला क्रिकेट टीम के सदस्य ‘कॉमनवेल्थ गेम्स विलेज सिटी सेंटर (CGC)’ में होंगे. उनके मैच मशहूर एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड पर होंगे.

खिलाड़ियों के लिए बने ये नियम

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लंदन में आयोजित होने वाली साइकिलिंग स्पर्धा में भाग लेने वाली ट्रैक टीम ‘सैटेलाइट विलेज (SVL)’ में रहेगी. इसके साथ ही खिलाड़ियों और अधिकारियों के साथ आचार संहिता (COC) को भी साझा किया गया है. सीओसी के मुताबिक, 'सभी खिलाड़ियों को किसी भी अधिकारी, कोच, साथी प्रतिभागियों या दर्शकों के खिलाफ नकारात्मक या अपमानजनक बयान व्यक्त करने से बचने के साथ ही अच्छी खेल भावना को प्रोत्साहित करना चाहिए.'

इसमें कहा गया है, 'कोच, अधिकारियों और खिलाड़ियों को किसी भी स्थिति में शारीरिक बल (जिन खेलों में जरूरी हो उसे छोड़कर) के इस्तेमाल से बचना चाहिए. सभी खिलाड़ियों को डोपिंग के परिणामों और प्रभावों की जानकारी होनी चाहिए और उन्हें ‘नो नीडल पॉलिसी’ का सम्मान करना चाहिए. उन्हें डोपिंग के खतरे उसके परिणाम और उससे बचने के बारे में पता होना चाहिए.'

 

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